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मेरी इमेज और गरिमा पर असर... राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर भर्ती 2021 पेपर लीक पर बढ़ते हंगामे के बीच मंजू शर्मा ने दिया इस्तीफा

Manju Sharma: हाल ही में सब-इंस्पेक्टर भर्ती 2021 के पेपर लीक पर राजस्थान हाई कोर्ट ने फैसला सुनाया. जिसके बाद कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. भर्ती प्रक्रिया में विवाद से मेरी इमेज पर भी सवाल उठे हैं. क्योंकि मैं भी आयोग की सदस्य थी और मेरी गरिमा भी प्रभावित हुई है.

मेरी इमेज और गरिमा पर असर... राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर भर्ती 2021 पेपर लीक पर बढ़ते हंगामे के बीच  मंजू शर्मा ने दिया इस्तीफा
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( Image Source:  @DrKumarVishwas )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 3 Sept 2025 1:07 PM IST

Manju Sharma: हाल ही में राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर भर्ती 2021 के पेपर लीक मामले पर हाई कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए इसे रद्द कर दिया. अब 2025 की परीक्षा कराई जाएंगी. पेपर लीक के बाद काफी हंगामा देखने को मिल रहा है. शिक्षा विभाग पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इस बीच कवि कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा ने सोमवार (1 सितंबर) को आयोग की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.

हाई कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पेपर लीक मामले में आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों की लापरवाही की कड़ी आलोचना की. अब हर ओर चर्चा हो रही है कि आखिर मंजू शर्मा ने रिजाइन क्यों दिया. अब कवि की पत्नी ने खुद इसका कारण बताया है.

मंजू शर्मा शर्मा ने बताई इस्तीफे की वजह

मंजू शर्मा ने सोमवार को राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े को अपना इस्तीफा भेजा. जिसमें उन्होंने कहा कि मैंने अपना पूरा कामकाज और अपनी जीवन पूरी ईमानदारी बिताया और बिता भी रही हूं. लेकिन भर्ती प्रक्रिया में विवाद से मेरी इमेज पर भी सवाल उठे हैं. क्योंकि मैं भी आयोग की सदस्य थी और मेरी गरिमा भी प्रभावित हुई है.

जांच पर क्या बोलीं मंजू?

उन्होंने अपने इस्तीफे पत्र में लिखा, किसी भी पुलिस संस्थान या जांच एजेंसी में मेरे खिलाफ किसी भी तरह को कोई जांच लंबित नहीं है. वह कहती हैं कि मुझे कभी किसी मामले में आरोपी माना गया है. पेपर लीक पर कहीं न कहीं मेरी गरिमा और इमेज पर भी असर पड़ रहा है. इसलिए मैं अपनी मर्जी से इस्तीफा दे रही हूं.

राजस्थान हाई कोर्ट की टिप्पणी

राजस्थान हाई कोर्ट ने पेपर लीक कोर्ट पर कहा था कि यह युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. इस मामले से सिस्टम की लापरवाही देखने को मिली है. पेपर लीक होने और इंटरव्यू में आयोग के सदस्यों ने भी गड़बड़ी को बढ़ावा दिया. अदालत ने यह भी निर्देश दिया कि जो उम्मीदवार अब उम्र सीमा पार कर चुके हैं, उन्हें 2025 की भर्ती प्रक्रिया में आवेदन करने की अनुमति दी जाए. बता दें कि पेपर लीक के मामले में 150 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में पेपर माफिया, पेपर खरीदने वाले स्टूडेंट्स और दलाल समेत अन्य शामिल हैं.

RAJASTHAN NEWS
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