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सीवर बना जानलेवा: सीकर में एक को बचाने के चक्कर में दो और उतरे लेकिन... जिंदा नहीं लौटे

जब सफाईकर्मी सीवर से बाहर नहीं आए तो लोगों में अफरा-तफरी मच गई, फिर किसी तरह रस्सी से लोगों ने तीनों को बाहर निकाला तो मालूम हुआ की तीनों की मौत हो गई है. तीनों सफाईकर्मी के पास कोई समान नहीं था, जिससे वह अपनी सुरक्षा कर सकें. घटना में मौत की घाट उतरने वाले तीनों व्यक्ति फतेहपुर के रहने वाले थे और वाल्मीकि समाज के थे.

सीवर बना जानलेवा: सीकर में एक को बचाने के चक्कर में दो और उतरे लेकिन... जिंदा नहीं लौटे
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( Image Source:  Video Grab - X ( Jitesh Jethanandani ) )

राजस्थान में सिकर जिले के फतेहपुर से एक खबर आ रही है, जहां पर सीवर की सफाई करते समय तीन लोगों ने अपनी जान गवा दी. ऐसा कहा जा रहा है कि मौत की वजह जहरीली गैस की चपेट में आने से हुई. सीवर की सफाई करने के लिए एक व्यक्ति गया, उसके बाहर न आने से दूसरा व्यक्ति गया, फिर वो भी बाहर नहीं आया तो तीसरा सफाई कर्मचारी गया. देखते ही देखते तीनों लोगो ने अपनी जान गवा दी.

इस घटना के बाद वाल्मीकि समाज के लोग प्रदर्शन करने लगे और मृकतों के परिवार के लिए नौकरी और मुआवजे की मांग करने लगे. समाज के लोगों ने नगर परिषद के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी करने लगे. घटना में मौत की घाट उतरने वाले तीनों व्यक्ति फतेहपुर के रहने वाले थे और वाल्मीकि समाज के थे.

चैंबर की सफाई करने आए थे

मिली हुई जानकारी के मुताबिक वार्ड-2 रमजान मस्जिद के आगे गंदा पानी जमा होने की शिकायत हुई थी, जिसके बाद सफाईकर्मी साफ करने के लिए पहुंचे थे. कर्मचारियों ने सीवर चैंबर को चेक किया और फिर एक चैंबर की सफाई करने लगे. इसके लिए एक व्यक्ति नीचे उतरा, जाते ही वह चिल्लाने लगा, जिसके बाद दूसरा कर्मचारी गया. इसी की तरह एक-एक करके तीनों लोग सीवर में उतर गए.

नहीं था सुरक्षा का समान

जब सफाईकर्मी सीवर से बाहर नहीं आए तो लोगों में अफरा-तफरी मच गई, फिर किसी तरह रस्सी से लोगों ने तीनों को बाहर निकाला तो मालूम हुआ की तीनों की मौत हो गई है. तीनों सफाईकर्मी के पास कोई समान नहीं था, जिससे वह अपनी सुरक्षा कर सकें.

इस घटना के घटने के बाद वाल्मीकि समाज प्रदर्शन करने लगा. प्रदर्शन करने वाले लोगों ने मृतक के परिवार के लिए सरकारी नौकरी और 1-1 करोड़ रुपए मांगे है. घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद जिला अस्पताल में भीड़ जमा हो गई. वाल्मीकि समाज के लोगों की मांगों को जब तक नहीं माना गया तब तक उन लोगों ने पोस्टमार्टम करवाने और शव को लेने से मना कर दिया. साथ ही जिला अस्पताल के बाद गेट पर धरना देकर बैठ गए.

कलेक्टर की मांग, नहीं रुकेगा प्रदर्शन

प्रदर्शनकारी कलेक्टर के आने की मांग कर रहे हैं. धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि वे सभी लोग बस कलेक्टर से बात करेंगे, जब तक कलेक्टर नहीं आ जाते और उनकी बात नहीं सुन लेते, वे वहां से नहीं हटेंगे और ऐसी ही धर्ने पर बैठे रहेंगे. लोगों का कहना है कि सीवर की सफाई करने वाले लोगों को सुरक्षा उपकरण ही नहीं दिए गए हैं. आज अगर उनके पास सुरक्षा के उपकरण होते तो शायद आज उनकी जान नहीं जाती और वे बच जाते.

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