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राजस्थान में मिलेंगे 50 लाख रुपये! CM भजनलाल शर्मा ने इन लोगों को दी सौगात

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश के 18 साल से कम बच्चे जो किसी बीमारियों का सामना कर रहे हैं, उन्हें 50 लाख रुपये की मदद देने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल संबल योजना-2024 के एक साल पूरे होने पर उसकी शुरुआत की. सीएम ने कहा कि यह योजना दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एक अहम कदम है.

राजस्थान में मिलेंगे 50 लाख रुपये! CM भजनलाल शर्मा ने इन लोगों को दी सौगात
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( Image Source:  @BhajanlalBjp )

Rajasthan Government: राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार प्रदेश के लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए बड़े फैसले ले रही है. अब राज्य सरकार ने एक नई योजना की शुरुआत की है. इसके तहत किशोरों यानी 18 साल तक के बच्चों को आर्थिक मदद दी जाएगी.

जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश के 18 साल से कम बच्चे जो किसी बीमारियों का सामना कर रहे हैं, उन्हें 50 लाख रुपये की मदद देने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल संबल योजना-2024 के एक साल पूरे होने पर उसकी शुरुआत की.

किशोरों को मिलेगा 50 लाख रुपये

प्रदेश सरकार इस योजना की शुरुआत झुंझुनूं जिले के प्रभारी मंत्री और कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत के नेतृत्व में सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग की ओर से की गई. विभाग ने अब अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए हैं, जिससे राजस्थान में इसे सही तरीके से लागू किया जाए. सीएम ने कहा कि यह योजना दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एक अहम कदम है. योजना का उद्देश्य राज्य के हर बच्चे को समय पर उचित स्वास्थ्य सुविधा मिले और उनके परिवार आर्थिक तंगी से बच सकें है.

इन बीमारियों का होगा इलाज

विभाग के उप निदेशक पवन पूनिया ने बताया कि इस योजना के तहत 18 साल तक के बच्चों की 56 प्रकार की दुर्लभ बीमारियों का इलाज सरकार की ओर से किया जाएगा. इनमें जन्मजात हाइपर इंसुलिनेमिक हाइपोग्लाइसिमिया, लारोन सिंड्रोम, यूरिया चक्र विकार, पॉम्पे रोग, फैनकोनी एनीमिया और टर्नल सिंड्रोम जैसी बीमारियां शामिल हैं. योजना के लाभ के लिए दो शर्तें भी रखी गई हैं. पहली, बीमारी राष्ट्रीय नीति 2021 में सूची में होनी आवश्यक है. दूसरी, राजस्थान सरकार द्वारा घोषित अस्पतालों में से कम से कम दो अस्पतालों से बीमारी की पुष्टि होनी चाहिए. इन शर्तों को पूरा करने के बाद मरीजों को 50 लाख रुपये तक का फ्री इलाज किया जाएगा.

कैसे करें अप्लाई?

जानकारी के अनुसार, योजना का लाभ उठाने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है. रोगी राजस्थान का निवासी होना चाहिए. कम से कम 3 सालों से यहां रह रहा हो. उसकी उम्र 18 साल से कम हो, लेकिन उसे सबसे पहले ई-मित्र केंद्र पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई करना पड़ेगा. यह आवेदन जिले से संबंधित सीएमएचओ को भेजा जाएगा. फिर इसे जोधपुर एम्स या जयपुर के जेके लोन अस्पताल को जांच के लिए भेजा जाएगा. बीमारी की पुष्टि होने के बाद ही योजना का लाभ मिलेगा यानी मुफ्त इलाज किया जाएगा.

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