किसानों के खाते में ट्रांसफर होंगे 160 करोड़! राजस्थान सरकार ने फसल बीमा क्लेम के भुगतान का किया एलान
राजस्थान में किसानों को रबी फसल का बीमा क्लेम की पेमेंट की गई है. उनके अकाउंट में साल 2023-24 के बीमा क्लेम के पैसे ट्रांसफर किए गए हैं. बीते साल बारिश की वजह से रबी फसल को काफी नुकसान हुआ है. यह भुगतान फसल कटाई प्रयोग के आधार पर होगा. बता दें कि किसानों ने भुगतान के लिए राजस्थान सरकार से पहले ही मदद मांगी थी.

Rajasthan Government: राजस्थान सरकार प्रदेश के किसानों के लिए बड़े-बड़े फैसले ले रही है. खेती के समय किसानों को किसी तरह की आर्थिक समस्या न हो इसके लिए भी योजनाएं चलाई जा रही हैं. अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किसानों के लिए बड़ा एलान किया है. उनके अकाउंट सीधे बीमा क्लेम के पैसे ट्रांसफर किए जाएंगे.
जानकारी के अनुसार, राजस्थान में किसानों को रबी फसल का बीमा क्लेम की पेमेंट की गई है. उनके अकाउंट में साल 2023-24 के बीमा क्लेम के पैसे ट्रांसफर किए गए हैं. बीते साल बारिश की वजह से रबी फसल को काफी नुकसान हुआ है.
करोड़ों रुपये किए जाएंगे ट्रांसफर
राजस्थान सरकार किसानों के अकाउंट में रबी फसल बीमा क्लेम के लिए कुल 160 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी. यह भुगतान फसल कटाई प्रयोग के आधार पर होगा. बता दें कि किसानों ने भुगतान के लिए राजस्थान सरकार से पहले ही मदद मांगी थी. मुख्यमंत्री ने उन्हें जल्द बीमा क्लेम स्वीकृत करवाने का आश्वासन दिया था. सभी किसान संगठन बीमा की राशि का इंतजार कर रहे थे.
कितना हुआ किसानों को नुकसान?
प्रदेश के किसानों को बारिश और अन्य कारणों की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ा था. इस संबंध में संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. जगदेव सिंह ने बताया कि स्कीम में किसानों द्वारा कुल 7.01 लाख हैक्टेयर फसलों के लिए कुल 6.79 लाख अप्लाई कर फसलों का बीमा कराया गया था. देव फसल बीमा के क्लेम पेंडिंग थे. सरकार ने बीमा कंपनी की देव अनुदान के पूरे पैसे दे दिए. किसान सभा ने कहा कि वे क्रॉप कटिंग की रिपोर्ट देखकर ही कुछ फैसला लेंगे. 2023-24 में रबी की बुवाई करने वाले किसानों को लगभग 450 करोड़ का नुकसान हुआ है.
किसानों को झेलनी पड़ी परेशानी
किसान सभा नेता रामकृष्ण छींपा ने बताया कि 2023-24 की रबी में ज्यादा सर्दी, पाले और कम बारिश से बहुत नुकसान हुआ है. जिले में सबसे ज्यादा चने की बुवाई बारानी क्षेत्र में होती है, जो मावठ पर निर्भर करती है. पिछले साल मावठ नहीं होने से चने की बुवाई करने वाले किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया. बता दें कि पिछले साल किसानों ने पीएम फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवाया. इसमें करीब 3.50 लाख किसान बीमा क्लेम के हकदार है, जबकि जिस तरह से कंपनी ने लोकेशन के आधार खसरों का ऑनलाइन सलेक्शन किया है. वे अच्छे खसरे हैं. इसलिए चने की बुवाई करने किसान सारे क्लेम के अंतर्गत नहीं आएंगे.