Pahalgam Attack: बालमुकुंद आचार्य का है विवादों से गहरा नाता, अब मस्जिद के बाहर नारे लगाकर बुरे फंसे
बालमुकुंद आचार्य अपने बयानों को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहते हैं. इससे पहले पिछले साल आचार्य ने ई-मित्र केंद्रों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी. चलिए जानते हैं बालमुकुंद आचार्य के बारे में.

जयपुर पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में आपराधिक मामला दर्ज किया है. आचार्य ने शुक्रवार रात को जामा मस्जिद के बाहर नारे लगाने वाली भीड़ का नेतृत्व किया था. आचार्य ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर घटना पर खेद जताया और दोबारा मस्जिदों में प्रवेश न करने का संकल्प लिया.
बालमुकुंद आचार्य अपने बयानों को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहते हैं. इससे पहले पिछले साल आचार्य ने ई-मित्र केंद्रों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी. चलिए जानते हैं बालमुकुंद आचार्य के बारे में.
कर चुके हैं पार्ट टाइम नौकरी
विधायक बालमुकुंदचार्य की जिंदगी की कहानी सिर्फ राजनीति या पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संघर्ष, आत्मनिर्भरता और साधारण शुरुआत की प्रेरक मिसाल भी है. जब बालमुकुंदचार्य कॉलेज से निकलकर जिंदगी की असली दुनिया में कदम रखा, तो हालात ने कुछ और ही मांग की. शुरुआती दिनों में अपने खर्च चलाने के लिए उन्हें पार्ट टाइम नौकरी करनी पड़ी.
200 से 300 रुपए होती थी कमाई
वो पढ़ाई के बाद बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते, और कुछ अमीर सेठों के यहां जाकर उनकी लिखा-पढ़ी और जरूरी कागजात संभालने का जिम्मा उठाते थे. जयपुर के सी स्कीम इलाके में एक रेस्टोरेंट भी था, जहां उन्होंने कुछ वक्त काम किया. उस दौर में करीब 30 साल पहले उन्हें इन कामों के लिए महीने के 200 से 300 रुपए मिलते थे.
आचार्य का बॉलीवुड कनेक्शन
विधायक बालमुकुंदचार्य का बॉलीवुड से भी एक दिलचस्प कनेक्शन रहा है. उन्होंने ईटीवी भारत को बताया था कि एक बार वह जयपुर के एक विद्वान पंडित के साथ मुंबई गए थे, जहां ज्योतिष के क्षेत्र में उनकी मुलाकात कई फिल्मी सितारों से हुई. प्रियंका चोपड़ा, राजकुमार राव, सावन कुमार और गोविंदा जैसे बड़े नाम उनसे संपर्क करने वाले सितारों में शामिल थे.
ठुकराया बिग बॉस का ऑफर
एक और दिलचस्प किस्सा यह है कि उन्हें बिग बॉस के सीजन 2 में बतौर मेहमान बुलाया गया था. हालांकि, उन्होंने इसका ऑफर ठुकरा दिया था. उन्होंने कहा था कि वह अल्कोहल और नॉनवेज वाली जगह पर खाना नहीं खा सकते हैं.
हाथोज धाम में पीठाधीश्वर
विधायक बालमुकुंदाचार्य की यात्रा सिर्फ राजनीति या सामाजिक कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक गहरी आस्था और सेवा की कहानी भी है. आज वह जयपुर के प्रतिष्ठित हाथोज धाम में पीठाधीश्वर के पद पर आसीन हैं, लेकिन उनकी इस यात्रा की शुरुआत बहुत अलग थी. करीब तीस साल पहले उन्होंने संतों के आशीर्वाद से अपना जीवन हनुमान जी की सेवा में समर्पित किया. इसी सोच के साथ उन्होंने हाथोज धाम के मंदिर का जीर्णोद्धार कराया, ताकि श्रद्धालुओं को एक पवित्र और सुंदर स्थान मिल सके. इसके बाद उन्होंने गौशाला की स्थापना की. उन्होंने एक वेद गुरुकुल की भी स्थापना की. इस गुरुकुल में बच्चों को वैदिक शिक्षा दी जाती है, ताकि वे भारतीय संस्कृति और प्राचीन ज्ञान से जुड़ सकें.