सीमा पार से मिली ट्रेनिंग, देश में फैलाया जहर; अब जैसलमेर से ISI जासूस पठान खान गिरफ्तार
शुरूआती पूछताछ में जब कई संदिग्ध गतिविधियों और कॉन्टैक्ट्स का खुलासा हुआ, तो जांच एजेंसियों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी. अब जब पर्याप्त सबूत इकट्ठा हो गए, तब उसे फॉरमल रूप से गिरफ्तार कर लिया गया.

राजस्थान इंटेलिजेंस विभाग ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ क्षेत्र से पठान खान नामक व्यक्ति को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया है. उस पर पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने का गंभीर आरोप है. पठान खान के खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम, 1923 (Official Secrets Act) के अंतर्गत जयपुर में मामला दर्ज किया गया है. राजस्थान इंटेलिजेंस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पठान खान साल 2013 में पाकिस्तान गया था.
उसी दौरान वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारियों के संपर्क में आया. जांच अधिकारियों के अनुसार, वहां उसे पैसों का लालच दिया गया और बाकायदा जासूसी की ट्रेनिंग भी दी गई. इसके बाद वह लगातार पाकिस्तान आता-जाता रहा और वहां ISI के अधिकारियों से संपर्क बनाए रखा. पठान खान पर आरोप है कि उसने जैसलमेर अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से जुड़ी कई संवेदनशील और गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान के खुफिया एजेंट्स के साथ शेयर की. यह सूचनाएं भारत की सुरक्षा को देखते हुए महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं.
एक महीने से थी निगरानी
सूत्रों के अनुसार, पठान खान को करीब एक महीने पहले शक के आधार पर हिरासत में लिया गया था. इस दौरान उसे गहन पूछताछ के लिए सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में रखा गया. शुरूआती पूछताछ में जब कई संदिग्ध गतिविधियों और कॉन्टैक्ट्स का खुलासा हुआ, तो जांच एजेंसियों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी. अब जब पर्याप्त सबूत इकट्ठा हो गए, तब उसे फॉरमल रूप से गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी जैसलमेर के जीरो आरडी, मोहनगढ़ क्षेत्र से की गई है, जो भारत-पाकिस्तान सीमा के निकटवर्ती क्षेत्र में आता है.
सेंसिटिव इनफार्मेशन लीक
राजस्थान इंटेलिजेंस के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) संजय अग्रवाल ने पुष्टि की कि पठान खान से पूछताछ जारी है. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि इस केस में देश की सुरक्षा से जुड़े और भी कई अहम खुलासे हो सकते हैं. फिलहाल पठान खान को जयपुर लाया गया है, जहां इंटेलिजेंस ब्यूरो, मिलिट्री इंटेलिजेंस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त टीम उससे पूछताछ कर रही है. एजेंसियां यह पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि उसके नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं, वह किन लोगों के संपर्क में रहा है, और अब तक उसने कौन-कौन सी रणनीतिक जानकारियां पाकिस्तान तक पहुंचाई हैं.
राष्ट्रीय सुरक्षा पर बड़ा खतरा
यह गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है जब भारत-पाकिस्तान सीमा पर पहले से ही चौकसी बढ़ाई गई है. पठान खान का लंबे समय तक पाकिस्तान से कॉन्टैक्ट्स में रहना और संवेदनशील सूचनाएं लीक करना, देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे का संकेत है. इस मामले को लेकर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने भी सतर्कता बढ़ा दी है.