13 सप्ताह में मालामाल! फेक इन्वेस्टमेंट स्कीम से लाखों की लूट, 19 साल की उम्र में बड़ा धमाका
19 साल के इन्फ्लुएंसर ने फेक इन्वेस्टमेंट स्कीम के जरिए 200 लोगों से 42 लाख रुपये ठग लिए. उसके पास से एक हुंडई वर्ना कार, कैश गिनने की मशीन, मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किए गए.

Fake Investment Scheme: पैसे कमाने की लालच में लोग कब फेक स्किम का शिकार हो जाते हैं कि उन्हें पता ही नहीं चलता है. राजस्थान के अजमेर में भी कुछ ऐसा ही हुआ, जहां 19 साल के एक इन्फ्लुएंसर ने लोगों को फेक स्किम के जरिए लाखों रुपये का चुना लगाया. उसने लोगों के मोटे फायदे की बात करके उनका विश्वास जीता और फिर इनवेस्ट कराया.
राजस्थान के अजमेर में एक 19 वर्षीय व्यक्ति को फर्जी निवेश योजना के जरिए 200 से अधिक लोगों से लगभग 42 लाख रुपये की ठगी कर ली. उसे धोखाधड़ी करने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी.
11वीं क्लास में पढ़ता है मिर्जा
क्लास 11वीं के छात्र काशिफ मिर्जा ने सोशल मीडिया यूजर्स को यह झूठा वादा करके निशाना बनाया कि वे अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. पुलिस ने कहा कि मिर्जा एक प्रभावशाली व्यक्ति था और इंस्टाग्राम पर उसके बड़ी संख्या में फॉलोअर्स हैं.
13 सप्ताह में मुनाफे का वादा
मिर्जा ने पीड़ितों से कहा कि 13 सप्ताह तक 99,999 रुपये निवेश करने पर उन्हें 1,39,999 रुपये मिलेंगे. एक अधिकारी ने बताया कि शुरू में उसने कुछ इनवेस्टर्स को लाभ का झांसा दिया ताकि वे प्रभावित होकर अधिक लोगों को बताएं. मिर्जा के पास से एक हुंडई वर्ना कार, नकदी गिनने की मशीन, फोन और लैपटॉप बरामद किए गए. मिर्जा को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है.
फेक स्किम्स से रहे सावधान
किसी भी व्यक्ति को निवेश करने से पहले हमेशा कंपनी या व्यक्ति के बारे में उचित रिसर्च करना चाहिए. धोखेबाज आमतौर पर गारंटीड रिटर्न की पेशकश करते हैं और उनकी निवेश रणनीतियों में पारदर्शिता नहीं होती है. निवेशक को यह भी जांच कर लेनी चाहिए कि क्या निवेश कंपनी और निवेश योजनाओं को बढ़ावा देने वाला कानून का पालन कर रहा है.