कुछ देर में आत्मा निकल जाएगी... जादू-टोने की आड़ में ससुराल वालों ने की दामाद की हत्या, आंखों झोंका चिली पाउडर, डाला जलता कोयला
इमरान ने बताया कि जब उसके पिता लगातार विरोध करने लगे तो तांत्रिक ने अपने पति से कहा कि एक टब पानी लाओ. फिर महबूब को जबरन पकड़कर उनके मुंह को पानी में डुबोया गया. साथ ही जलते हुए कोयले पर लाल मिर्च डाली गई और उसका धुआं उनके चेहरे पर छोड़ा गया.
भारत भले ही विज्ञान और टेक्नोलॉजी में तरक्की कर रहा हो, लेकिन अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र की पकड़ आज भी कई जगहों पर गहरी है. अक्सर लोग किसी बीमारी, परेशानी या समस्या को 'बुरी आत्मा' और 'जादू-टोने' से जोड़ देते हैं. लेकिन जब यही अंधविश्वास हद से ज्यादा बढ़ जाए, तो वह इंसान की जान तक ले सकता है. राजस्थान के चूरू जिले से ऐसा ही एक मामला सामने आया, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया. यहां एक परिवार ने अपनी ही बेटी के पति यानी अपने दामाद को 'शैतानी साया' बताकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी. यह घटना रतनगढ़ थानाक्षेत्र के वार्ड नंबर-21 की है.
मृतक के बेटे इमरान ने अदालत के जरिए शिकायत दर्ज करवाई. उसने बताया कि 17 अगस्त की सुबह उसका पूरा ननिहाल घर पर जमा हुआ था. इनमें उसकी नानी गुलशन बानो, मामा याकूब, मामा का बेटा शमशेर अली, जंगशेर, मामी नसीम, मौसी शहीदन, बेगमा, ममेरी बहन शाहिना, कैफ, जावेद उर्फ बाबू, मनी और एक महिला तांत्रिक बेबी फलक शामिल थे. परिवार ने दावा किया कि उनके घर पर 'बुरी आत्मा का साया' है. बेबी फलक ने कहा कि तंत्र-मंत्र की क्रियाएं करके इस आत्मा को बाहर निकालना होगा. उन्होंने सबसे पहले इमरान को सामने बैठाकर तांत्रिक अनुष्ठान शुरू किया.
बेटे पर तंत्र-मंत्र, फिर बुलाया पिता को
बेबी फलक ने आग जलाई और उसमें कुछ अजीब चीजें डाल दी धुआं पूरे घर में फैल गया. उसने इमरान की आंखों में लाल मिर्च झोंकी और कानों में तेल से भिगोई हुई रूई ठूंस दी. बार-बार पूछने लगी....बता, तेरे अंदर किसकी आत्मा है?. इमरान ने विरोध किया तो तांत्रिक बोली- इस पर आत्मा का साया नहीं है, बल्कि इसके पिता पर है. इसके बाद उन्होंने इमरान के पिता महबूब खान (50 साल) को घर बुलाया. जैसे ही महबूब घर पहुंचे, उन्हें सबसे पहले एक ऐसा पानी पिलाया गया जिसमें कुछ मिलाया हुआ था. पानी पीते ही वे चक्कर खाने लगे. मगर बेबी फलक और बाकी लोग उन्हें पकड़कर तंत्र क्रियाएं करते रहे. महबूब दर्द से तड़पते रहे लेकिन कोई उनकी मदद नहीं कर पाया.
पानी के टब में डुबोकर की गई हत्या
इमरान ने बताया कि जब उसके पिता लगातार विरोध करने लगे तो तांत्रिक ने अपने पति से कहा कि एक टब पानी लाओ. फिर महबूब को जबरन पकड़कर उनके मुंह को पानी में डुबोया गया. साथ ही जलते हुए कोयले पर लाल मिर्च डाली गई और उसका धुआं उनके चेहरे पर छोड़ा गया. बार-बार यह प्रक्रिया दोहराई गई. महबूब तड़पते रहे, चीखते रहे, लेकिन वहां मौजूद लोग कहते रहे- थोड़ी देर में आत्मा निकल जाएगी.' धीरे-धीरे महबूब की आवाज कमजोर पड़ गई. आखिरकार वे बेहोश होकर गिर पड़े.
अस्पताल पहुंचने से पहले खत्म हो गई जिंदगी
जब महबूब की हालत बिगड़ गई तो इमरान और उसकी मां ने उन्हें संभाला. उनके मुंह से झाग और गाढ़ा पदार्थ निकल रहा था. आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टर ने पोस्टमॉर्टम की सलाह दी, मगर उसी समय तांत्रिक और परिवार के लोग इमरान को अलग ले गए और डराते हुए बोले- यह सब बुरी आत्मा का काम है. अगर तूने पुलिस में शिकायत की तो वही आत्मा तुझे और तेरे परिवार को बर्बाद कर देगी.' डर के कारण इमरान ने उस समय पोस्टमॉर्टम नहीं करवाया और पिता को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया.
आखिरकार बेटे ने की हिम्मत
काफी डर और धमकियों के बावजूद, आखिरकार इमरान ने हिम्मत जुटाई और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. उसने अपने ननिहाल के 12 लोगों और महिला तांत्रिक बेबी फलक को नामजद किया है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।





