पति की लंबी उम्र के लिए पत्नी ने रखा था करवा चौथ का व्रत, नाचते-नाचते आया हार्ट अटैक और महिला की हो गई मौत- Video
पंजाब के बरनाला जिले के तपा में करवा चौथ के दिन एक दुखद घटना सामने आई है. 59 वर्षीय आशा रानी, जिन्होंने अपने पति तरसेम लाल की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा था, नाच-गाने के दौरान अचानक बेहोश होकर गिर पड़ीं और अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

पंजाब के बरनाला जिले के तपा में करवा चौथ के दिन एक दुखद घटना सामने आई है. 59 वर्षीय आशा रानी, जिन्होंने अपने पति तरसेम लाल की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा था, नाच-गाने के दौरान अचानक बेहोश होकर गिर पड़ीं और अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. यह घटना करवा चौथ के उत्सव के दौरान हुई, जब आशा रानी अपने दोस्तों और परिवार के साथ कॉलोनी में आयोजित कार्यक्रम में डीजे पर नाच रही थीं.
इस दुखद घटना ने न केवल परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है, बल्कि आसपास के पड़ोसियों और समाज में भी शोक की लहर दौड़ गई है. करवा चौथ का दिन आमतौर पर खुशियों और मिलन का प्रतीक होता है, लेकिन इस बार इस त्यौहार ने परिवार पर दुखों का पहाड़ गिरा दिया.
डांस करते-करते हुआ दिल का दौरा
जानकारी के मुताबिक, तपा मंडी की बाग कॉलोनी निवासी आशा रानी एक समाजसेवी परिवार से ताल्लुक रखती थीं और अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत कर रही थीं. करवा चौथ के दिन उन्होंने अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा और रात को अपने पति तरसेम लाल व पोती के साथ कॉलोनी में आयोजित कार्यक्रम में गईं.
कार्यक्रम में आशा रानी अपने सहेलियों के साथ मशहूर पंजाबी गाने "कल सुबह नू यार पता नहीं की होना, मौज मस्तीयां मान पता नहीं की होना" पर डांस कर रही थीं. नाचते-नाचते उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा और वह डांस फ्लोर पर ही गिर पड़ीं. घटना की सूचना मिलते ही उनके पति तरसेम लाल ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस दुखद घटना से कॉलोनी और आसपास के क्षेत्र में शोक का माहौल है.
परिवार और पड़ोसियों में गहरा सदमा
परिवार के सदस्य इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. पड़ोसी रिंका कुमार ने कहा कि मुझे यकीन नहीं हो रहा कि आशा रानी अब हमारे बीच नहीं रही. उन्होंने अपने पति के लिए व्रत रखा था, खूब हंसी-मजाक कर रही थीं, नाच रही थीं और अचानक उनकी हार्ट ब्लॉक हो गई."
सुरिंदर कौर वालिया ने भी कहा कि 'उसका जाना परिवार के लिए तो एक बड़ी क्षति है, मेरे लिए भी व्यक्तिगत रूप से बहुत बड़ी क्षति है. 59 वर्षीय आशा रानी एक समाजसेवी और खुशमिजाज महिला थीं, जो हमेशा सबकी मदद करती थीं और अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन जी रही थीं. करवा चौथ के दिन हुई यह घटना न केवल परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ा झटका है.