बिरयानी पर तोहमत, विदेश दौरों पर तंज : आखिर क्यों पीएम मोदी को बार-बार निशाने पर ले रहे हैं भगवंत मान?
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी के पाकिस्तान दौरे पर तंज कसते हुए बोले - “बिना प्लान बिरयानी खाने पहुंच जाते हैं.” मान ने विदेश नीति से लेकर दिलजीत दोसांझ की फिल्म तक कई मुद्दों पर पीएम मोदी की आलोचना की. विदेश मंत्रालय की फटकार के बाद भी मान अपने बयान पर कायम हैं.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते नजर आए हैं - और इस बार भी निशाना बना पीएम मोदी का 2015 का पाकिस्तान दौरा. विधानसभा के भीतर और बाहर भगवंत मान ने न सिर्फ पीएम मोदी के विदेश दौरों को लेकर सवाल उठाए, बल्कि कटाक्ष करते हुए यह तक कह दिया कि प्रधानमंत्री "जहाज से नीचे देखकर मन करता है तो किसी भी देश में उतर जाते हैं." उन्होंने 2015 में मोदी के पाकिस्तान के 'सरप्राइज स्टॉपओवर' का मजाक उड़ाया और कहा कि "हमें पाकिस्तान जाने की इजाज़त नहीं, मगर प्रधानमंत्री बिरयानी खाकर लौट आते हैं."
बात यहीं नहीं रुकी. जब विदेश मंत्रालय (MEA) ने मान की पहले की टिप्पणियों को 'गैर-जिम्मेदाराना और दुर्भाग्यपूर्ण' कहा, तो मान ने पलटवार किया - “क्या मुझे विदेश नीति पर सवाल पूछने का हक नहीं है?” मान का ये हमला सिर्फ पाकिस्तान यात्रा तक सीमित नहीं रहा. उन्होंने पीएम मोदी पर घरेलू मुद्दों से मुंह मोड़ने और 'मैग्नीशिया-गाल्वेसिया' जैसे काल्पनिक देशों में जाने तक की बात कह डाली. क्या यह केवल कॉमेडियन की पुरानी आदत है, या फिर राजनीति में एक नया सख्त तेवर?
2015 की उस बिरयानी की चर्चा फिर ताज़ा
भगवंत मान ने पीएम मोदी के 2015 में पाकिस्तान के अचानक दौरे को फिर से उठाया है. उनका दावा है कि मोदी जी ने उस दौरे की कोई योजना नहीं बनाई थी और 'बस ऐसे ही' नवाज़ शरीफ से मिलने पाकिस्तान उतर गए. मान ने सवाल किया - "क्या यही विदेश नीति है?" उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री किसी भी देश पर जहाज से नजर डालते हैं और कहते हैं, चलो यहीं उतरते हैं!”
"क्या हमें सवाल पूछने का हक नहीं?"
जब विदेश मंत्रालय ने भगवंत मान के बयानों को 'गैर-जिम्मेदार' कहा, तो उन्होंने पलटकर कहा - “140 करोड़ लोगों के देश में मैं सवाल नहीं पूछूंगा तो कौन पूछेगा?” उन्होंने यह भी कहा कि अगर पीएम मोदी यूक्रेन-रूस युद्ध खत्म कराने की बात करते हैं, तो पंजाब और हरियाणा के बीच जल विवाद क्यों नहीं सुलझा पा रहे?
“मग्नीशिया, गाल्वेसिया, टर्वेसिया” - पीएम जाते कहां हैं?
मान ने पीएम मोदी के कुछ विदेश दौरों को लेकर कटाक्ष किया और कहा कि शायद वे ऐसे देशों में भी जाते हैं जिनका कोई अस्तित्व ही नहीं - “मग्नीशिया, गाल्वेसिया या टर्वेसिया.” उन्होंने यह बताने की कोशिश की कि ये दौरे सिर्फ दिखावे के लिए होते हैं, न कि देश के हित में.
दिलजीत की फिल्म और ‘देशभक्ति’ पर हमला
मान ने अभिनेता दिलजीत दोसांझ की फिल्म 'सरदारजी 3' में पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर के शामिल होने का भी बचाव किया. उन्होंने कहा कि यह फिल्म हमले और भारत की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कार्रवाई से पहले शूट हुई थी. उन्होंने कहा, “देशभक्ति कोई सर्टिफिकेट बांटने वाली चीज नहीं है.”
'70% अनाज हम देते हैं, ज़ुबान बंद नहीं होगी'
मान ने केंद्र सरकार को सीधे चेताते हुए कहा कि पंजाब और हरियाणा के बिना देश को खाना भी नसीब नहीं होगा, क्योंकि यही दो राज्य देश का 70% अनाज पैदा करते हैं. ये बयान एक तरह से केंद्र की नीतियों के खिलाफ पंजाब की भूमिका को सामने रखने का प्रयास था.
राजनीतिक रणनीति या पब्लिक पिच?
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, भगवंत मान के लगातार तीखे तेवर और मोदी सरकार पर हमले ‘आम आदमी पार्टी’ की राष्ट्रीय भूमिका को मज़बूत करने की रणनीति का हिस्सा हैं. इससे पंजाब के बाहर भी पार्टी को पहचान मिल रही है.