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कुर्सी की सियासत पहुंची सरकारी आवास तक, राघव चड्ढा की मांग पर बोली BJP 'पहले करें तय चाहिए क्या'?

आम आदमी पार्टी संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलों में इजाफा होता जा रहा है. कुर्सी हाथ से जाने के बाद उन्हें अपना आवास भी खाली करना पड़ा. इस पर राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने सवाल खड़े करते हुए केजरीवाल को सरकारी आवास दिलवाने की मांग कर डाली है.वहीं इस पर भजापा ने पलटवार किया.

कुर्सी की सियासत पहुंची सरकारी आवास तक, राघव चड्ढा की मांग पर बोली BJP पहले करें तय चाहिए क्या?
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केजरीवाल को मिले सरकारी आवासः फोटो- ANI
सार्थक अरोड़ा
By: सार्थक अरोड़ा

Published on: 21 Sept 2024 8:14 AM

नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मु्श्किलों में इजाफा होता जा रहा है. कुर्सी हाथ से जाने के बाद उन्हें अपना आवास भी खाली करना पड़ा. इस पर राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने सवाल खड़े करते हुए केजरीवाल को सरकारी आवास दिलवाने की मांग कर डाली है.

राघव चढ्ढा के इस बयान पर बीजेपी सांसद की भी प्रतिक्रिया कमलजीत सहरावत की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.

कानून के हिसाब से दिए जाते साधन

आम आदमी पार्टी और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने चुनाव आयोग के कानून का हवाला देते हुए केजरीवाल के लिए आवास की मांग कर डाली. उन्होंने कहा चुनाव आयोग के कानून के तहत किसी भीर राष्ट्रीय पार्टी को 2 साधन दिए जाते हैं. इन साधनों की गिनती करवाते हुए आप सांसद ने कहा कि पहला पार्टी संयोजक को सरकारी आवास दिया जाता है. साथ ही राष्ट्रीय कार्यालय भी दिया जाता है. इस पर सत्ता पक्ष से मांग करते हुए कहा कि संयोजक को सरकारी आवास दें. इस दौरान उन्होंने कानूनी हक का हवाला देते हुए कुछ ही दिनों के अंदर सरकारी आवास मुहैया करवाने की मांग की थी.

इस संबंध में उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल दूसरे घर में प्रवेश करेंगे और सरकारी सुविधा को त्याग कर जनता की अदालत में जाएंगे.हालांकि इस पर बीजेपी सांसद ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राघव के बयान पर पलटवार किया है.

पहले यह तय करें केजरीवाल

आप नेता के बयान पर भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत से जब सवाल किया गया तो मीडिया को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि 'अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि उन्हें सरकारी आवास नहीं चाहिए. लेकिन उनके समर्थक कहते हैं कि उन्हें सरकारी आवास चाहिए.' भाजपा सांसद ने कहा कि वह इस पर एक बैटक करें और यह निर्णय लेकर तय करें कि आखिर उन्हें चाहिए क्या?. वहीं दिल्ली की भावी मुख्यमंत्री आतिशी ने बयान देते हुए कहा कि वे दिल्ली की मुख्यमंत्री नहीं हैं बल्कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं. इस पर भाजपा सांसद ने कहा कि यह साफ है कि दिल्ली में कुछ नहीं बदला है. कुर्सी पर कोई भी बैठे, फैसले अरविंद केजरीवाल करते थे और आज भी वही करेंगे. "

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