पंजाब में रोड एक्सीडेंट के केस में आई गिरावट! फरिश्ते योजना से हुआ लाभ
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सड़क हादसों पर रोक लगाने के लिए फरिश्ता योजना की शुरुआत की थी, जो अब वरदान साबित हो रही है. फरिश्ते योजना प्रदेश में रोड एक्सीडेंट के सभी पीड़ितों पर लागू होती है. चाहे उनकी जाति, पंथ, राष्ट्रीयता या जन्म स्थान कुछ भी हो, बिना किसी वित्तीय सीमा के पास ट्रीटमेंट की सुविधा देती है.
Punjab Government: पंजाब सरकार की ओर से प्रदेश की जनता के लिए बहुत सी लाभकारी योजना चलाई जा रही हैं. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सड़क हादसों पर रोक लगाने के लिए फरिश्ता योजना की शुरुआत की थी, जो अब वरदान साबित हो रही है.
जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के हाल में जारी किए आंकड़ों से पता चला कि देश में हर दिन करीब 1,400 सड़क हादसे हो रहे हैं. जिसमें 400 लोगों की मौतें होती हैं. पंजाब में 5000 ऐसे मामले हैं. फरिश्ते योजना की मदद से इसमें लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है.
फरिश्ते योजना हो रहा फायदा
फरिश्ते योजना प्रदेश में रोड एक्सीडेंट के सभी पीड़ितों पर लागू होती है. चाहे उनकी जाति, पंथ, राष्ट्रीयता या जन्म स्थान कुछ भी हो, बिना किसी वित्तीय सीमा के पास ट्रीटमेंट की सुविधा देती है. 25 जनवरी, 2024 को इस संबंध में एक अधिसूचना भी जारी की. यह योजना सरकारी और लिस्ट प्राइवेट हॉस्पिटल में तुरंत एडमिट कराने की सुविधा मिलेगी. मरीजों का वहां पर फ्री इलाज होगा. पंजाब राज्य स्वास्थ्य एजेंसी की सीईओ बबीता ने बताया कि जो व्यक्ति स्वेच्छा से दुर्घटना पीड़ितों की सहाता करते हैं और उनकी जान बचाते हैं उन्हें कैश पुरस्कार, सर्टिफिकेट और कानूनी पूछताछ से छूट मिलती है.
223 घायलों का हुआ इलाज
फरिश्ते योजना की शुरुआत के बाद से 223 एक्सीडेंट पीड़ितों को फ्री इलाज मिला है, जो सड़क हादसों से होने वाली मृत्यु दर को कम करने में इसके असर को दिखाता है. हाल ही में एसएचए पंजाब के साथ 66 अच्छे लोगों को रजिस्टर किया गया है. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 16 फरिश्तों के परोपकारी प्रयासों को मान्यता देते हुए उन्हें 15 अगस्त 2024 को 2000-2000 रुपये कैश दिया जाता है. पुरस्कारों को फरिश्ता पुरस्कार नाम दिया.
एंबुलेंस कर्मचारियों को दी जाती है ट्रेनिंग
बबीता ने बताया कि 108 एम्बुलेंस कर्मचारियों को दुर्घटना पीड़ितों को पास के अस्पताल तक पहुंचाने और उनके उपचार को ट्रेनिंग दी जाती है. अगर कोई अस्पताल इलाज के लिए मरीज से पैसों की मांग करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है. वह 104 मेडिकल हेल्पलाइन नंबर को कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इस योजना के तहत नागरिकों को आपात स्थितियों के दौरान अन्य तरह की आर्थिक मदद भी प्रदान की जाती है.





