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एक साल और असम की जेल में रहेगा खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह, पंजाब सरकार ने एंड मूवमेंट पर लिया टू-टर्न

Amritpal Singh: अमृतपाल सिंह अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमले का आरोपी है. इसके साथ 9 अन्य आरोपी भी हैं. पंजाब सरकार ने इसकी सजा को बढ़ा दिया है अब वह अगले एक साल और असम के डिब्रूगढ़ जेल में बंद रहेगा. सिंह ने तरनतारन जिले के खडूर साहिब से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा था. जेल से ही चुनाव लड़ रहा था, जिसमें उसे जीत हासिल की.

एक साल और असम की जेल में रहेगा खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह, पंजाब सरकार ने एंड मूवमेंट पर लिया टू-टर्न
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( Image Source:  @MeghUpdates )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Published on: 19 April 2025 2:44 PM

Amritpal Singh: पंजाब सरकार ने खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को लेकर बड़ा एक्शन लिया है. राज्य और केंद्र की सुरक्षा एजेंसियों ने सिंह की हिरासत की अवधि 1 साल और बढ़ा दी है. अभी वह असम के डिब्रूगढ़ जेल में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत बंद हैं और पिछले दो वर्षों से वहीं पर बंद हैं.

जानकारी के अनुसार, अमृतपाल की दो साल की हिरासत अवधि 23 अप्रैल को पूरी हो रही है. पंजाब पुलिस की एक टीम उन्हें वापस पंजाब लाने की तैयारी कर रही थी, लेकिन आखिरी समय में पंजाब सरकार ने एक्शन लिया. सिंह के खिलाफ UAPA के तहत भी मामला दर्ज है.

अमृतपाल सिंह पर आरोप

अमृतपाल सिंह अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमले का आरोपी है. इसके साथ 9 अन्य आरोपी भी हैं. इनमें बसंत सिंह, गुरमीत सिंह गिल, सरबरजीत सिंह कलसी, गुरिंदरपाल सिंह औजला, हरजीत सिंह, कुलवंत सिंह धालीवाल, वरिंदर जोहल और पप्पलप्रीत सिंह शामिल हैं. इन सभी को मार्च 2023 में डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार में रखा गया था, उन्हें संगठन पर एक्शन लिया गया.

अमृतपाल सिंह ने तरनतारन जिले के खडूर साहिब से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा था. जेल से ही चुनाव लड़ रहा था, जिसमें उसे जीत हासिल की.

कौन है अमृतपाल सिंह?

अमृतपाल सिंह का जन्म 17 जनवरी, 1993 में अमृतसर जिल ते जल्लूपुर खेड़ा गांव में हुआ था. वह खुद को कट्टरपथी सिख बताता है. उसने 10वीं तक पढ़ाई की है और साल 2009 में पॉलिटेक्निक की. कोर्स पूरा करते ही पढ़ाई छोड़ दी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल हो गया. साल 2012 में दुबई शिफ्ट हो गया था और वहां 20 साल रहने के बाद पंजाब आया. सिंह पर 2021 के दिल्ली किसान आंदोलन के दौरान लाल किले पर हमला करने वाले ग्रुप को लीड करने का भी आरोप है.

न्यायिक हिरासत में पपलप्रीत

पपलप्रीत सिंह को अमृतपाल सिंह का सहयोगी माना जाता है. शुक्रवार को पपलप्रीत को अजनाला कोर्ट में पेश किया गया. जहां उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. उसे पिछले दिनों असम की जेल में बंद था. अब उसे तीन दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. अभी उसे अमृतसर की जेल में रखा गया है.

पंजाब न्‍यूज
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