क्या भाजपा नेता नीलेश की हत्या 'लव जिहाद' मामले में दखल देने से हुई है? आरोपी के पिता ने लगा ली फांसी, मां ने खा लिया जहर
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में बीजेपी नेता नीलू (नीलेश) राजक की सरेआम गोली मारकर हत्या के बाद मामला राजनीतिक और साम्प्रदायिक रंग ले चुका है. पुलिस ने दो आरोपियों प्रिंस और अकबर खान की पहचान की है. हत्या के बाद प्रिंस के पिता ने आत्महत्या कर ली, जबकि मां ने जहर खा लिया. बीजेपी विधायक संजय पाठक ने आरोप लगाया कि नीलू की हत्या ‘लव जिहाद’ केस में हस्तक्षेप करने की वजह से हुई. घटना के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है और पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है.
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में मंगलवार को बीजेपी पिछड़ा मोर्चा मंडल अध्यक्ष नीलू (नीलेश) राजक की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई. बाइक पर जा रहे राजक को दो नकाबपोश हमलावरों ने सिर और सीने में गोली मारी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई. वारदात के बाद पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई और बाजार में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई. घटना के कुछ ही मिनटों में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने लगे. इस बीच, एक आरोपी के पिता ने बेटे के अपराध में शामिल होने की जानकारी मिलने के बाद आत्महत्या कर ली.
दिनदहाड़े हुई हत्या से दहशत में आया कटनी
सुबह करीब 11 बजे की घटना है जब 38 वर्षीय नीलू राजक कैमोरे कस्बे में बाइक से जा रहे थे. तभी दो बाइक सवार युवकों ने उन्हें पास से गोली मार दी. चश्मदीदों के अनुसार, "कई गोलियां चलीं और पूरा इलाका दहशत में आ गया." राजक सड़क पर गिर पड़े, और देखते ही देखते लोग इकट्ठा हो गए. गुस्साए लोगों ने विजय राघवगढ़ सरकारी अस्पताल के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया और पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया. यह विरोध छह घंटे तक चला, जिसमें बीजेपी विधायक संजय पाठक और जिला अध्यक्ष दीपक तंडन सोनी भी शामिल हुए.
आरोपी की पहचान, पिता ने की आत्महत्या
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी प्रिंस (30) और अकरम खान (33) हैं. कटनी एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने कहा कि 'हमने आरोपियों की पहचान कर ली है और उनकी तलाश में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. संबंधित थाना प्रभारी और हेड कांस्टेबल को लापरवाही के चलते लाइन अटैच किया गया है.” इसी बीच, प्रिंस के पिता ने बेटे की संलिप्तता की खबर सुनकर आत्महत्या कर ली. इससे मामला और संवेदनशील हो गया है.
'लव जिहाद' एंगल से गरमाई सियासत
घटना के बाद यह हत्या राजनीतिक और सांप्रदायिक रंग ले चुकी है. बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री संजय पाठक ने आरोप लगाया कि नीलू राजक की हत्या “लव जिहाद” के एक मामले में दखल देने की वजह से हुई. पाठक ने कहा कि “एक लड़की ने शिकायत की थी कि एक युवक उसे स्कूल जाते समय परेशान करता है. जब नीलू ने हस्तक्षेप किया, तो उस युवक ने धमकी दी.‘मैं तुझे सड़क पर गोली मार दूंगा’. नीलू ने इसकी शिकायत पुलिस में की, लेकिन कार्रवाई उनके खिलाफ हुई. डेढ़ महीने बाद वही धमकी सच साबित हुई.”
पाठक ने आगे कहा, कि 'नीलू के दो बच्चे हैं. एक बेटा 11 साल का और बेटी 5 साल की. घर में वही अकेले कमाने वाले थे. यह सिर्फ हत्या नहीं, बल्कि एक संदेश है. कुछ व्यापारी, पुलिसकर्मी और बाहरी लोग इसमें शामिल हैं. उनकी जांच होनी चाहिए. मुझे भी धमकी मिली है, लेकिन मैं हिंदुत्व के लिए जान देने को तैयार हूं.”
प्रशासन ने संभाली स्थिति, फ्लैग मार्च से शांति की कोशिश
जबलपुर के डीआईजी अतुल सिंह ने कैमोरे में फ्लैग मार्च निकाला ताकि सांप्रदायिक तनाव न बढ़े. वहीं एसपी विश्वकर्मा ने कहा कि “हमने शुरुआत से ही कहा है कि जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. मुख्य आरोपी अकरम और प्रिंस की तलाश जारी है. संबंधित टीआई की लापरवाही स्पष्ट है.”





