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MP के इस शहर में भिखारी को पैसा देने पर पुलिस ने दर्ज की FIR, क्या होगी जेल?

मध्य प्रदेश के इंदौर में भिखारी को पैसे देने पर एक अज्ञात व्यक्ति और भिखारी देने पर केस दर्ज किया जा रहा है. जिला प्रशासन ने पिछले महीने शहर को भिखारी मुक्त कराने के लिए इस अभियान की शुरुआत की थी. पिछले महीने जिला अधिकारियों ने कहा था कि पैसे देने वालों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाएंगे.

MP के इस शहर में भिखारी को पैसा देने पर पुलिस ने दर्ज की FIR, क्या होगी जेल?
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( Image Source:  canva )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 24 Jan 2025 11:51 AM IST

Indore News: मध्य प्रदेश सरकार ने एक ऐसा फरमान जारी किया है जिसकी हर ओर चर्चा हो रही है. इंदौर में एक भिखारी को भीख देने पर एक आदमी के खिलाफ एक्शन लिया गया. गुरुवार को इंदौर पुलिस ने एक भिखारी को भीख देने के आरोप में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की.

जानकारी के अनुसार, इंदौर में सिर्फ भिखारी को देने पर एक व्यक्ति पर कार्रवाई की गई. ऐसा तब हुआ है. पिछले महीने जिला अधिकारियों ने कहा था कि पैसे देने वालों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाएंगे. प्रशासन ने पहले शहर में भीख मांगने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया था. अब इस नए नियम के तहत कार्रवाई की जा रही है.

भिक्षा देने पर रोक

जिला प्रशासन ने व्यक्ति पर प्राथमिकी भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 223 के तहत केस दर्ज की गई थी, जो एक लोक सेवक द्वारा जारी आदेशों की अवज्ञा को दंडित करती है. इस धारा में एक साल तक की कैद, 2500 रुपये तक का जुर्माना या दोनों का प्रावधान है. पुलिस ने कहा कि 'हमने दो एफआईआर दर्ज की हैं. एक भिक्षा देने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ और दूसरा उस भिखारी के खिलाफ, जो एक अज्ञात महिला थी. अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है लेकिन अभी किसी को अरेस्ट नहीं किया गया है. बता दें कि अधिकारियों ने भिक्षा देने और लेने दोनों पर सख्त प्रतिबंध लागू कर दिया है.

क्यों लिया फैसला?

पुलिस ने कहा कि यह नीति भिखारियों के पुनर्वास और इस प्रथा पर पूरी तरह से अंकुश लगाने की पहल का हिस्सा है. अधिकारियों ने इस साल 1 जनवरी से उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने सहित कड़े कदम उठाए हैं. इंदौर प्रशासन दिसंबर से ही प्रतिबंध को लेकर जागरूकता अभियान चला रहा है. इस संबंध में इंदौर के जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने पिछले महीने शहर के निवासियों से अपील की थी कि वे लोगों को भिक्षा देकर पाप में भागीदार न बनें.

उन्होंने कहा, प्रशासन ने हाल ही में लोगों से भीख मंगवाने वाले विभिन्न गिरोहों का पर्दाफाश किया है. साथ ही भीख मांगने में शामिल कई लोगों की मदद की जाएगी. इस संबंध में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने देश के 10 शहरों को भिखारी मुक्त बनाने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसमें इंदौर भी शामिल है.

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