पैर छुआ तो काम भूल जाओ, BJP मंत्री के नए नियम से समर्थक हैरान
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने मध्य प्रदेश में अपने ऑफिस के बाहर एक नोटिस लगाया, जिसकी इस समय खूब चर्चा हो रही है. मंत्री ने उनसे मिलने पहुंचने वाले समर्थकों के लिए नया नियम निकाला और लिखा कि जो उनके पैर छुएगा उसका काम नहीं होगा.

मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से भाजपा मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने अपने ऑफिस के बाहर एक नोटिस चिपकाया है. इस नोटिस में उनसे मिलने आने वाले समर्थकों के लिए नया नीयम लिखा गया है. दरअसल मंत्री जी ने किसी भी समर्थक या फिर उनसे मिलने आने वाले लोगों को उनके पैर छूने से मना किया है. इसी संबंध में उन्होंने अपने ऑफिस के बाहर एक नोटिस चिपकाया.
दीवार पर लगे इस नोटिस में लिखा है कि पैर छूने वालों का काम नहीं किया जाएगा. हालांकि मंत्री के इस फरमान की काफी चर्चा हो रही है. अकसर अपनी सादगी के लिए पहचाने जाने वाले डॉ. कुमार इस कारण एक बार फिर सुर्खियों में है.
नए नियम की हो रही चर्चाएं
आपको बता दें कि मंत्री जी ने ऐसे नियम वाले कई पोस्टर अपने घर और ऑफिस की दीवार पर लगाए हैं. एक अन्य नोटिस में ये बात कही गई कि अगर किसी व्यक्ति ने उनके पैर छुए तो उसकी सुनवाई नहीं की जाएगी. जहां कुछ नेता पैर छूने को एक सम्मान की नजर से देखते हैं, तो वहीं दूसरी ओर डॉ. कुमार के इस नियम की लोग सरहाना कर रहे हैं. उनकी साधगी की खूब चर्चा की जा रही है.
आज तक नहीं हारे एक चुनाव
मध्य-प्रदेश टीकमगढ़ सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे डॉ. विरेंद्र कुमार सांसदों में एक अलग ही स्थान रखते हैं. दिलचस्प बात है कि उन्हें आजतक अपने चुनावी करियर में एक भी चुनाव में हार का सामना नहीं करना पड़ा. जिसके कारण उनका नाम अपराजय सांसदों की लिस्ट में शामिल है. साल 1996 जब पहली बार उन्होंने सागर लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव लड़ा और जीत मिली. वहीं 2009 में उन्होंने टीकमगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा इस सीट से भी उन्हें जीत मिली. वहीं साल 2014, 2019 और 2024 में भी उन्होंने इस सीट से जीत दर्ज की.
पीएम ने किया मंत्रिमंडल में शामिल
डॉ. वीरेंद्र कुमार को साल 2017 में केंद्र सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया. वहीं साल 2019 का चुनाव जीतने के बाद उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया. साल 2024 में भी जीत हासिल की जिसके बाद पीएम मोदी ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया इस तरह कैबिनेट मंत्री का पद सौंपा गया. यह उनकी लगातार तीसरी बार केंद्रीय मंत्री पद पर नियुक्ति है.