Social Media में ट्रेंड हुआ #DhakadMemes तो अब पूरा धाकड़ समाज सड़कों पर! DIG को सौंपा ज्ञापन, कर दी ये मांग
वीडियो वायरल होने के बाद से सोशल मीडिया पर धाकड़ समाज के नाम पर चुटकुले, मीम्स और अपमानजनक रील्स की बाढ़ आ गई है. फेसबुक से लेकर इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप तक, हर जगह धाकड़ समाज को निशाना बनाया जा रहा है. ऐसे में समाज के लोगों का गुस्सा अब सड़कों पर उतर आया है. रतलाम रेंज DIG को ज्ञापन सौंप कर समाज ने दो टूक कह दिया- 'कानूनी कार्रवाई हो वरना आंदोलन तय है!'

Manohar Lal Dhakad Viral Video: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर कार के अंदर और बाहर बीजेपी के पूर्व नेता मनोहर लाल धाकड़ और एक महिला के बीच आपत्तिजनक हालत में शूट हुआ अश्लील वीडियो अब तूल पकड़ता जा रहा है. मामला अब सिर्फ एक वायरल वीडियो तक सीमित नहीं रहा- अब यह पूरे धाकड़ समाज की प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है. समाज के लोगों का कहना है कि एक आदमी की गलती की सज़ा पूरे समाज को क्यों दी जा रही है?
धाकड़ समाज की चेतावनी- 'अब बर्दाश्त नहीं करेंगे!
वीडियो वायरल होने के बाद से सोशल मीडिया पर धाकड़ समाज के नाम पर चुटकुले, मीम्स और अपमानजनक रील्स की बाढ़ आ गई है. फेसबुक से लेकर इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप तक, हर जगह धाकड़ समाज को निशाना बनाया जा रहा है. ऐसे में समाज के लोगों का गुस्सा अब सड़कों पर उतर आया है. रतलाम रेंज DIG को ज्ञापन सौंप कर समाज ने दो टूक कह दिया- 'कानूनी कार्रवाई हो वरना आंदोलन तय है!'
"हमारे समाज को क्यों बदनाम कर रहे?
धाकड़ समाज के प्रतिनिधियों ने साफ किया है कि वे मनोहर लाल धाकड़ के कृत्य की घोर निंदा करते हैं. लेकिन इस आधार पर पूरे समाज को ट्रोल करना, मज़ाक उड़ाना और अश्लीलता से जोड़ना बेहद अन्यायपूर्ण और अपमानजनक है. एक ओर बीजेपी ने भी इस नेता से किनारा कर लिया है, उसे पार्टी का प्राथमिक सदस्य तक मानने से इनकार कर दिया है, वहीं सोशल मीडिया पर #DhakadMemes जैसे ट्रेंड चलाए जा रहे हैं, जिससे समाज आहत है.
पुलिस प्रशासन से की यह बड़ी मांग
समाज ने अपनी मांगों में कहा है कि सोशल मीडिया पर धाकड़ समाज के नाम पर बनाए गए अश्लील रील्स और कंटेंट पर तुरंत रोक लगाई जाए. ऐसे कंटेंट बनाने वालों पर आईटी एक्ट और साइबर क्राइम की धाराओं में केस दर्ज किए जाएं. समाज की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाले चैनलों और पेजों को डिलीट या ब्लॉक किया जाए.
क्या आगे होगा आंदोलन?
समाज की चेतावनी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे. जातिगत पहचान पर कीचड़ उछालना, सिर्फ एक व्यक्ति की हरकत पर पूरे समुदाय को घसीटना- ये बात अब धाकड़ समाज को रास नहीं आ रही. धाकड़ समाज अब चुप नहीं रहेगा.