तब तक पीटता रहा, जब तक वो मर नहीं गया...मध्य प्रदेश सरपंच की दबंगई ने ली दलित की जान
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के एक गांव में बोरवेल विवाद को लेकर सरपंच और उसके परिवार ने दलित व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस हत्या ने मानवता को शर्मशार करके रख दिया है.

Madhya Pradesh: इंसान ही इंसान की बर्बरता से हत्या कर देता है. इसका ताजा उदाहरण मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में हुई एक घटना है, जहां बोरवेल को लेकर हुए विवाद में 30 साल के एक व्यक्ति की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. चूंकि, मामला दलित का है तो अब सरकार की भी घेराबंदी हो रही है.
पीड़ित नारद जाटव मंगलवार शाम को इंदरगढ़ गांव में अपने मामा के घर आया था. सरपंच और उसके परिवार का पीड़ित के मामा के साथ लंबे समय से रास्ते और बोरवेल को लेकर विवाद चल रहा था, जिसे लेकर उन्होंने हमला कर दिया. शाम करीब 4 बजे बोरवेल की पाइपलाइन को लेकर बहस शुरू हो गई, जिसे नारद जाटव ने हटा दिया था. इसके बाद आरोपियों के साथ हिंसक झड़प हुई.
मरते दम तक सरपंच उसे मारता रहा
पुलिस के मुताबिक, सरपंच पदम धाकड़, उनके भाई मोहर पाल धाकड़, बेटे अंकेश धाकड़ और परिवार के अन्य सदस्यों ने कथित तौर पर नारद को घेर लिया और उसके साथ मारपीट करने लगे. प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि सरपंच तब तक नहीं रुका जब तक पीड़ित ने दम नहीं तोड़ दिया.
घटना का एक कथित वीडियो बुधवार को वायरल हुआ, जिसमें कई लोग जाटव पर बार-बार हमला करते दिख रहे हैं. इस दौरान जाटव लगातार उन्हें मना कर रहा था. पुलिस ने बताया कि नारद के परिवार ने सरपंच और उसके रिश्तेदारों पर प्लानिंग कर हत्या का आरोप लगाया है. दोनों के बीच कथित तौर पर यह विवाद कई साल पहले शुरू हुआ था, जब सरपंच और नारद के चाचाओं ने मिलकर एक बोरवेल बनवाया था.
मामले के खिलाफ 9 लोगों पर मामला दर्ज
पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौर ने पुष्टि की कि हत्या के आरोप में सरपंच समेत आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
घटना को लेकर राजनीति ने पकड़ा तूल
हत्या के मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी ने राज्य को अराजकता की ओर धकेल दिया है.
वहीं घटना को लेकर बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व सीएम कमल नाथ भी अपने कार्यकाल के दौरान विदेश गए थे और विपक्ष को सीएम की यूनाइटेड किंगडम यात्रा की आलोचना नहीं करनी चाहिए.