हाईटेक होगा उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर! पहले QR कोड करना होगा स्कैन फिर मिलेगा प्रसाद
उज्जैन के महालेश्वर मंंदिर में ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन लगने वाली है. इस मशीन के तहत भक्तों को प्रसाद की सुविधा इस मशीन से मिलेगी. यानी पहले मशीन से QR कोड को स्कैन करके पेमंट करना होगा. उसके बाद भक्त अपनी इच्छा से प्रसाद ले सकते हैं.

उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में ऐसा बनने जा रहा है. जहां स्वचालित (ऑटोमैटिक) वेंडिग मशीन की सुविधा श्रद्धालुओं को मिलने वाली है. मिली जानकारी के अनुसार इस सुविधा की मदद से श्रद्धालुओं को प्रसाद दिया जाएगा. इसी कड़ी में श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने इस मशीन की जानकारी देते हुए कहा कि इससे श्रद्धालुओं को कई सुविधा दी जाएंगी.
सिंह ने कहा कि भक्त इस मशीन से प्रसाद को खरीदेंगे और क्यूआर कोड से पेमंट करने के बाद प्रसाद कूप से बाहर निकलेगा. जिसके बाद उसे दर्शन के दौरान अर्पित किया जा सकेगाय
इस कंपनी को मिला ऑडर
इस ऑटोमेटिक मशीन का ऑडर मंदिर समिति ने कोयंबटूर में स्थित एक 5जी टेक्नोलॉजी नामक कंपनी को दिया है. मिली जानकारी के अनुसार मशीन से कई ग्राम लड्डुओं को श्रद्धालु खरीद सकते हैं. इसमें 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम लड्डू के पैकट शामिल होंगे. जिसे QR कोड से स्कैन करके श्रद्धालु प्राप्त कर सकते हैं. बात अगर करें कीमत की तो जानकारी के अनुसार 100 ग्राम पैकट की कीमत 50 रुपये 200 ग्राम पैकट की कीमत 100 रुपये 500 ग्राम पैकट की कीमत 200 रुपये और एक किलो पैकट की कीमत 400 रुपये होने वाली है.
मंदिर को मिली है 5 स्टार रेटिंग
वहीं मंदिर समिती अध्यक्ष और जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि जगत प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों से एकमात्र दक्षिणमुखी भगवान महाकालेश्वर मंदिर है. जहां प्रबंध समिति समिति द्वारा लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई एवं निशुल्क अन्नक्षेत्र संचालित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरा गाइडलाइन का पालन किया गया. इसके साथ भक्तों को सुलभ दर्शन कराने के साथ प्रसाद की हाइजीन और न्नक्षेत्र में निशुल्क भोजन प्रसादी की उच्च उत्कृष्ट स्तर का फाइव स्टार रेटिंग में शामिल किया गया है. भारत सरकार की ओर से FSSAI द्वारा लाइसेंस जारी किया जा चुका है.
FSSAI सर्टिफाइट मंदिर का भोग
भारत सरकार ने FSSAI और दोनों यूनिट्स तमाम चीजों का निरीक्षण करने के बाद ऑडिट किया. इसके बाद ही इन यूनिट्स को अच्छा माना गया. इसका अर्थ है कि महाकालेश्वर मंदिर प्रंबधन के पास 'सेफ भोग प्लेस' का प्रमाण पत्र हासिल है.