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32 की दुल्हन, 65 का दूल्हा... फिर रची खौफनाक साजिश, हत्या के बाद लाश के पास बैठी रही पत्नी

भोपाल में एक पत्नी ने अपने पति को मौत के घाट उतारने के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी दी. यह काम उसने अपनी दोस्त के प्रेमी से करवाया. दरअसल पत्नी रोजाना की मार-पिटाई से तंग आ गई थी. इसके चलते उसने यह फैसला लिया.

32 की दुल्हन, 65 का दूल्हा... फिर रची खौफनाक साजिश, हत्या के बाद लाश के पास बैठी रही पत्नी
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हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 11 May 2025 3:26 PM IST

भोपाल की पिपलानी की तंग गलियों में रहने वाली 32 साल की बिट्टी जार्ज घर की चार दीवारों के भीतर रोज़ अपनी आत्मा को कुचलते हुए जी रही थी. उसका पति जार्ज कुरियन, जिसकी उम्र 65 साल है. आए दिन उस पर हाथ उठाता, गालियां देता और उसे डर में जीने पर मजबूर करता. धीरे-धीरे उसके भीतर पल रहा डर अब नफ़रत में बदलने लगा था.

बिट्टी की सबसे करीबी सहेली रेखा ही उसकी एकमात्र हमदर्द थी. रेखा के ज़रिए उसकी मुलाकात उसके प्रेमी संजय पाठक से हुई. एक दिन बिट्टी ने अपने ही पति की हत्या करवाने का फैसला लिया. तीन महीने पहले उसने संजय को दस लाख रुपये की सुपारी दी, ताकि वह उसके पति को रास्ते से हटा सके.

18 अप्रैल की रात साजिश को अंजाम दिया गया. संजय चुपचाप घर में दाखिल हुआ. मौका देखकर उसने बिट्टी के पति का मुंह दबा दिया, तब तक दबाए रखा जब तक उसकी सांसें थम नहीं गईं. फिर उसके शव को सिर के बल टाइल्स पर पटका ताकि लगे कि वह बाथरूम में फिसलकर मरा है. सिर फूट चुका था. बिट्टी ने पति के शव को उठवाया, रोती-बिलखती हुई अस्पताल पहुंची और पुलिस को बताया कि उसका पति बाथरूम में फिसलकर गिर पड़ा था. पुलिस ने भी मामले को मामूली दुर्घटना माना.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट

इक्कीस दिन बाद आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सबकी आंखें खोल दीं. रिपोर्ट में साफ लिखा था कि मौत सिर पर चोट से नहीं, बल्कि गला घोंटने से हुई है. अब पुलिस सतर्क हुई. जांच का रुख बदला और शक की सुई बिट्टी, रेखा और संजय की ओर घूमी. पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. पहले तो वे दो दिन तक लगातार झूठ बोलते रहे, लेकिन जब सारे सबूत एक-एक कर सामने आने लगे, तब सच सामने आ ही गया. तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.

ऐसे उतारा पति को मौत के घाट

रात को बिट्टी ने जॉर्ज की आंखों में आई ड्रॉप डालकर बेडरूम में सुला दिया. घर का मेन गेट खुला छोड़ दिया गया. जैसे ही जॉर्ज बेसुध हुआ, संजय घर में घुस गया. उसने पहले जॉर्ज के सिर पर भारी चीज से वार किया, फिर गमछे से उनका गला घोंट दिया. हत्या के बाद तीनों ने बेडशीट और तकिए से खून के निशान साफ किए, ताकि कोई सबूत न बचे.

मैं जिंदा हो सकता हूं

हत्या के बाद शव को चार-पांच घंटे तक घर में रखा गयाय बिट्टी ने पुलिस को बताया कि जॉर्ज अक्सर कहता था कि 'मुझे बाबा का आशीर्वाद है. मैं मरने के पांच घंटे बाद भी जिंदा हो सकता हूं.' इसी अंधविश्वास में तीनों ने शव को घर में रखा और इंतजार किया कि कहीं वह फिर से जीवित न हो जाए.

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