'कोई तकलीफ हो तो बताइए', फिल्मी स्टाइल में अस्पताल का निरीक्षण करने वाला इरफान अंसारी का बेटा कौन? BJP बोली- कृष्ण नाम कर दो
कृष अंसारी झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस विधायक डॉ. इरफान अंसारी के 19 वर्षीय बेटे हैं. वर्तमान में वे उत्तराखंड से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं और इन दिनों छुट्टी पर घर आए हुए हैं. कृष को रील बनाने और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने का शौक है. हाल ही में रांची स्थित रिम्स अस्पताल में उनके औचक दौरे और मरीज़ों से बातचीत करते हुए एक वीडियो वायरल हुआ, जिससे वे चर्चा में आ गए.

Who is Krish Ansari: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री और जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के 19 वर्षीय बेटे कृष अंसारी का रिम्स (RIMS) अस्पताल में औचक निरीक्षण करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस वीडियो में कृष अस्पताल परिसर में मंत्री जैसी स्टाइल में मरीज़ों से बातचीत करते और व्यवस्था का जायजा लेते नज़र आ रहे हैं. वीडियो के सामने आते ही झारखंड की राजनीति में तूफान आ गया है और विपक्षी भाजपा हमलावर हो गई है.
इस घटना के बाद भाजपा ने इसे वंशवाद और सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण बताया, वहीं मंत्री इरफान अंसारी ने बेटे का बचाव करते हुए इसे 'भलाई की पहल' कहा है. उन्होंने साफ किया कि कृष अस्पताल निरीक्षण के उद्देश्य से नहीं गया था, बल्कि वह अपने शिक्षक के बीमार माता-पिता से मिलने और जरूरतमंदों की मदद करने वहां पहुंचा था. बता दें, कृष इस समय उत्तराखंड से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं और छुट्टियों में घर आए हुए हैं.
वायरल वीडियो में क्या दिखा?
शनिवार देर शाम कृष अंसारी रिम्स अस्पताल पहुंचे और मरीज़ों से सीधे संवाद करते हुए नजर आए. इस दौरान उनके साथ मौजूद कुछ युवकों ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया. वीडियो में कृष अस्पताल कर्मचारियों से बात करते और कुछ निर्देश देते दिख रहे हैं, जिससे यह संदेश गया कि वह किसी सरकारी पदाधिकारी की भूमिका में हैं.
मंत्री इरफान अंसारी की सफाई
मामले के तूल पकड़ने के बाद मंत्री इरफान अंसारी ने सामने आकर कहा कि मेरा बेटा न अस्पताल का निरीक्षण करने गया था और न नेतागिरी के लिए। वो केवल अपने शिक्षक मिश्रा जी की बीमार मां से मिलने और उन्हें मदद पहुंचाने गया था. मंत्री ने कहा कि कृष ने आदिवासी मरीजों के इलाज में भी मदद की और अपनी मां से पैसे लेकर ज़रूरतमंदों को दवाइयों के लिए दिए. इरफान अंसारी ने बेटे की मानवता को उजागर करते हुए कहा, कि वो फुरकान अंसारी का पोता है. उसके नस-नस में भलाई है. उसने किसी कुर्सी पर कब्जा नहीं किया, किसी स्टाफ को डांटा नहीं. अगर कोई बच्चा भलाई करता है तो उसमें दिक्कत क्या है?
भाजपा का हमला, वंशवाद का आरोप
विपक्षी भाजपा ने कृष अंसारी के अस्पताल दौरे को सत्ता का दुरुपयोग और वंशवाद की संज्ञा दी. पूर्व विधायक भानु प्रताप शाही ने तो यहां तक कह डाला कि मंत्री को अपने बेटे का नाम बदल देना चाहिए, सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, इस पूरे प्रकरण पर मंत्री ने भाजपा पर सीधा हमला करते हुए कहा, अगर कोई गरीबों की मदद करता है, तो बीजेपी को दिक्कत क्यों होती है? मेरा बेटा शराब या गांजा पीने नहीं गया था, वह तो सेवा करने गया था. उसका मनोबल तोड़ने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि उनका बेटा अब फोन नहीं उठा रहा है क्योंकि वह इस विवाद से परेशान है. सूत्रों के अनुसार, कृष अंसारी को रील बनाने का शौक है और शायद इसी के तहत उन्होंने अस्पताल दौरे का वीडियो बनवाया. हालांकि, यह रील अब राजनीतिक विवाद में तब्दील हो गई है.
कृष अंसारी कौन?
कृष अंसारी झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस विधायक डॉ. इरफान अंसारी के 19 वर्षीय बेटे हैं. वर्तमान में वे उत्तराखंड से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं और इन दिनों छुट्टी पर घर आए हुए हैं. कृष को रील बनाने और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने का शौक है. हाल ही में रांची स्थित रिम्स अस्पताल में उनके औचक दौरे और मरीज़ों से बातचीत करते हुए एक वीडियो वायरल हुआ, जिससे वे चर्चा में आ गए. विपक्ष ने इसे सत्ता के दुरुपयोग और वंशवाद से जोड़ा, जबकि उनके पिता ने इसे इंसानियत और सेवा की भावना बताया। बताया गया कि कृष अपने शिक्षक के बीमार माता-पिता की मदद के लिए अस्पताल पहुंचे थे और ज़रूरतमंदों को दवाइयों के लिए आर्थिक सहायता भी दी.