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नशे में बेटी की मौत का बदला! मां पर चाकू से हमला, झारखंड के दुमका की दर्दनाक घटना

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने सब कबूल कर लिया. उसने कहा कि वह नशे में था और बेटी की मौत का दुख सहन नहीं कर पा रहा था. इसी गुस्से में उसने मां पर चाकू चला दिया. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया है.

नशे में बेटी की मौत का बदला! मां पर चाकू से हमला, झारखंड के दुमका की दर्दनाक घटना
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( Image Source:  Create By AI )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 3 Nov 2025 1:38 PM

झारखंड राज्य के दुमका जिले में एक छोटा सा गांव है, जिसका नाम भद्रा दीघा है। इस गांव में एक बहुत ही दुखद और हैरान करने वाली घटना हुई. एक 41 साल का व्यक्ति, जिसका नाम अभी पुलिस ने नहीं बताया, ने अपनी खुद की 70 साल की बूढ़ी मां की हत्या कर दी. उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसे शक था कि उसकी मां जादू-टोना करती है. पुलिस ने यह सारी जानकारी सोमवार को दी. यह पूरा मामला 28 अक्टूबर की रात का है. उस रात आरोपी व्यक्ति बहुत ज्यादा नशे में था.

वह अपनी 18 साल की बेटी की हाल ही में हुई मौत के बारे में बार-बार सोच रहा था और गुस्से में भर गया. उसे लगता था कि उसकी मां ने जादू-टोना करके उसकी बेटी को मार डाला है. गुस्से में वह अपनी बहन के घर गया, जहां उसकी मां रह रही थी. वहां जाकर उसने अपनी मां पर चाकू से कई बार हमला किया. मां बुरी तरह घायल हो गई और उन्हें दुमका के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां इलाज चलता रहा, लेकिन शनिवार को उनकी मौत हो गई.

भाई पर हत्या का आरोप

मां की मौत के बाद ही उनकी बेटी, यानी आरोपी की बहन, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. उसने अपने भाई पर हत्या का आरोप लगाया. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. गोपीकांदर पुलिस थाने के इंचार्ज सुमित भगत ने बताया कि आरोपी को रविवार को उसके घर मधुबन से गिरफ्तार कर लिया गया. अब उसे कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, यानी जेल में रखा गया है.

सह नहीं पा रह था बेटी मौत का दुख

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने सब कबूल कर लिया. उसने कहा कि वह नशे में था और बेटी की मौत का दुख सहन नहीं कर पा रहा था. इसी गुस्से में उसने मां पर चाकू चला दिया. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया है. यह भी पता चला कि आरोपी ने पहले भी अपनी मां की हत्या करने की कोशिश की थी. यह घटना सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे इलाके की समस्या को दिखाती है. दुमका जैसे दूरदराज के गांवों में लोग अभी भी जादू-टोना पर बहुत यकीन करते हैं. यहां पढ़े-लिखे लोग कम हैं और जंगलों में बसे गांवों में अंधविश्वास ज्यादा है. इसी वजह से ऐसी खतरनाक घटनाएं हो जाती हैं.

जादू टोने पर रोक

पुलिस अब इस समस्या को रोकने के लिए कुछ अच्छे कदम उठाने की योजना बना रही है. थाना प्रभारी सुमित भगत ने कहा कि वे झारखंड जादू-टोना निवारण अधिनियम, 2001 के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे. यह कानून 2001 में बना था, जो जादू-टोना के नाम पर हिंसा को रोकता है. पुलिस जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएएलएसए) के साथ मिलकर काम करेगी. वे उन गांवों में जागरूकता शिविर लगाएंगे जो घने जंगलों में हैं और जहां निरक्षरता बहुत ज्यादा है. इन शिविरों में लोगों को बताया जाएगा कि जादू-टोना जैसी बातें सच नहीं होतीं और इसके नाम पर किसी को नुकसान पहुंचाना गैरकानूनी है.

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