सड़क पर 150 मीटर तक दौड़ाया, फिर घर में घुसकर मार दी गोली; CCTV खोलेगा राज
एक 35 साल के व्यक्ति स्कूटी से बाजार से घर लौट रहे थे. तब अपराधियों ने गोली चलाई, तो वह स्कूटी से गिर गए और अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे. लगभग 150 मीटर तक दौड़ने के बाद, उन्होंने कंचन दत्ता के घर में शरण लेने की कोशिश की. लेकिन हमलावर ने घर में घुसकर संतोष सिंह को गोली मार दी.

झारखंड के जमशेदपुर में एक 35 साल के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई, पुलिस ने सोमवार को बताया कि हथियारबंद लोग दोपहिया वाहन से आए और भागने से पहले गोलीबारी की. यह घटना रविवार रात को मैंगो पुलिस स्टेशन के पास गुरुद्वारा रोड पर घटी.
पुलिस ने बताया कि ट्रांसपोर्टर संतोष सिंह स्कूटी से बाजार से घर लौट रहे थे. तब अपराधियों ने गोली चलाई, तो वह स्कूटी से गिर गए और अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे. लगभग 150 मीटर तक दौड़ने के बाद, उन्होंने कंचन दत्ता के घर में शरण लेने की कोशिश की. लेकिन हमलावर ने घर में घुसकर संतोष सिंह को गोली मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. हत्या के बाद हमलावर स्कूटी और बाइक से फरार हो गए.
भाई लड़ चुके थे लोकसभा चुनाव
मृतक संतोष सिंह पूर्व कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह के भाई थे. जितेंद्र सिंह ने पिछले लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था. घटनास्थल से संतोष सिंह का घर करीब 200 मीटर की दूरी पर है. उनका बालीगुमा में एक ट्रांसपोर्ट कार्यालय भी है. घटना के बाद गुरुद्वारा बस्ती में दहशत का माहौल बन गया है. पुलिस ने मौके से छह खोखा बरामद किए हैं.
सीसीटीवी के आधार पर जांच जारी
संतोष सिंह को तीन गोलियां लगने के बाद एमजीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अपराधियों की पहचान के लिए पुलिस इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है. डीएसपी भोला प्रसाद ने बताया कि यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है, कि हत्या पुरानी रंजिश के चलते हुई है या नहीं. संतोष सिंह और उनके भाई पहले भी हत्या के एक मामले में जेल में बंद थे.
प्रत्यक्षदर्शी ने बताई पूरी घटना
प्रत्यक्षदर्शी कंचन दत्ता ने बताया कि वे घर के बरामदे में बैठे थे. इस दौरान उनकी पत्नी टीवी देख रही थी और बच्चे रोड पर खेल रहे थे. तभी अचानक संतोष सिंह घर में घुसे और उनके पीछे तीन-चार अन्य युवक भी आ गये, जिनके हाथों में पिस्तौल थी. यह देख उनकी पत्नी टीवी छोड़कर भाग गई. इसके बाद अपराधियों ने घर में घुसकर संतोष सिंह को गोली मार दी. जब कंचन दत्ता ने गेट बंद करने की कोशिश की, तो अपराधियों ने पिस्तौल दिखाकर गोली मारने की धमकी दी, जिसके बाद वह पीछे हट गए.