सरकार ने तो गिफ्ट कर दी जमीन, लेकिन धोनी करने लगे कमर्शियल यूज! अब होगा एक्शन
महेंद्र धोनी को कथित तौर पर 5002 वर्ग फीट का प्लॉट मिला था, जिसके बाद मूल प्लॉट के बगल में 4780 वर्ग फीट का एक और प्लॉट "कट प्लॉट" के रूप में मिला, जिसके कारण उन्हें झारखंड स्टेट हाउसिंग बोर्ड से नोटिस भेजा जा सकता है.

झारखंड राज्य आवास बोर्ड की नजर अब भारतीय किक्रेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह के घर पर है. झारखंड के हरमू में महेंद्र सिंह का घर है. धोनी को झारखंड सरकार से पॉश हरमू हाउसिंग कॉलोनी में अपना घर बनाने के लिए पांच कट्ठा जमीन मिली थी. तब तक वह मेकॉन कॉलोनी में रहते थे. धोनी को यह जमीन गिफ्ट डीड के जरिए दी गई थी.
अब अधिकारियों से टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के खिलाफ आरोपों की जांच करने को कहा है. क्रिकेटर पर आरोप हैं कि हरमू हाउसिंग कॉलोनी में अपने घर का इस्तेमाल कमर्शियल बेनेफिट्स के लिए कर रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि अगर आरोप सही पाए गए तो बोर्ड उन्हें कानूनी नोटिस भेजेगा.
जारी किया जाएगा नोटिस
इस मामले में आवास बोर्ड के अध्यक्ष संजय लाल पासवान ने कहा कि राज्य आवास बोर्ड के नियमों के अनुसार दी गई जमीन का इस्तेमाल कमर्शियल बेनेफिट्स के लिए नहीं किया जा सकता है. हमें कुछ शिकायतें मिली हैं. मैंने अधिकारियों से मामले की जांच करने को कहा है. अगर आरोप सही पाए गए तो धोनी को नोटिस जारी किया जाएगा.
बता दें कि अपनी पत्नी और माता-पिता के साथ रहने वाले क्रिकेटर कुछ साल पहले लोगों और मीडिया की नजरों से बचने के लिए शहर के बाहरी इलाके सिमलिया में एक नए फार्महाउस में चले गए थे.
सजय लाल पासवान ने कही ये बात
संजय लाल पासवान ने बताया इस तरह के मामले में बोर्ड ने करीब तीन सौ लोगों को नोटिस भेजा है. साथ ही, यह निर्देश दिया गया है कि जिन जमीनों पर व्यावसायिक गतिविधियां हो रही हैं, उन्हें तुरंत रद्द कर दें.
सरकार ने 2009 में की थी जमीन गिफ्ट
इस जमीन का इस्तेमाल पैथोलॉजी सेंटर लैब खोलने के लिए किया जा रहा है. अगर यह सच होता है, तो डिस्ट्रिब्यूशन कैंसिल कर दिया जाएगा. साल 2009 में झारखंड सरकार की ओर से एमएस धोनी को यह जमीन गिफ्ट में दी गई थी.