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झारखंड में जल्द हो सकते हैं विधानसभा चुनाव, क्या EC ने नहीं सुनी पार्टियों की ये मांगें?

झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. वहीं जल्द ही तारीखों का ऐलान हो सकता है. साथ ही दो चरणों में मतदान पूर्ण होने की भी जानकारी सामने आ रही है. दरअसल चुनाव आयोग के सामने राजनीतिक दलों ने कुछ मांगे रखी थी. लेकिन क्या चुनाव आयोग ने इन मांगों को स्वीकार नहीं किया?

झारखंड में जल्द हो सकते हैं विधानसभा चुनाव, क्या EC ने नहीं सुनी पार्टियों की ये मांगें?
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( Image Source:  ANI )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Published on: 4 Oct 2024 2:09 PM

रांचीः झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में इन तैयारियों के बीच बड़ा अपडेट सामने आया है. चुनाव को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जल्द ही तारीखों का ऐलान हो सकता है.

सूत्रों का तारीखों को लेकर कहना है कि आगामी चुनाव 8 अक्टबूर 2024 को हो सकता है. चुनावी तारीख की घोषणा सामने आने के बाद अब कई कयास लगना शुरू हो चुके हैं. कहा जा रहा है जानकारी सामने आ रही है कि राज्य स्थानपना दिवस के बाद चुनाव आयोजित किया जा सकता है.

तैयारियों का शोर है चुनाव जीतने पर जोर है

कुर्सी की इस लड़ाई में हर कोई अपनी पूरी ताकत झोंकने में जुटा है. 2024 में राज्य में होने वाले चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी है. राज्य की 81 सीटों पर होने वाले चुनाव में बीजेपी और JMM के बीच मुकाबले की टक्कर देखने को मिलने वाली है. फिलहाल हेमंत सरकार गठबंधन के साथ जुड़ी हुई है. ऐसे में अगर हेमंत सरकार जीतती है तो ये जीत इंडिया अलायंस के खेमे में जा सकती है.

वहीं देखना ये दिलचस्प होगा कि क्या इस बार नितिश कुमार की JDU या फिर कांग्रेस, आरजेडी, जेवीएम, आजसू जैसे राजनीतिक दल का कितना अहम रोल रहने वाला है.

कब होगा तारीखों का ऐलान

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के चुनाव का जल्द ऐलान हो सकता है. ऐसे में कहा जा रहा है कि राज्य में दो चरणों के तहत मतदान प्रस्तावित हो सकते हैं. कहा जा रहा है कि तारीखों के ऐलान के बाद 15 नवंबर को मतदान करवाने का फैसला लिया जा सकता है. इसी के साथ नवंबर में ही रिजल्ट आने की संभावना जताई जा रही है.

क्या चुनाव आयोग ने सुनी पार्टियों की मांग?

वहीं चुनावी तारीख से ठीक पहले सभी राजनितिक दलों ने चुनाव आयोग के सामने अपनी-अपनी मांगे रखी थी. इनमें कहा कुछ ने एक चरण में मतदान करवाने की इच्छा जताई थी तो वहीं कुछ ने चुनाव के दौरान जरुरी सुविधाएं पूरी करने की मांग आयोग के सामने रखी थी.

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