धनबाद में 23 हजार से ज्यादा राशन कार्ड रद्द, ई-केवाईसी के बाद उजागर हुआ फर्जीवाड़ा; अगस्त से लगेगा जुर्माना
धनबाद जिले में राशन कार्ड के दुरुपयोग पर सख्त कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने 23,271 लाल और पीले राशन कार्ड रद्द कर दिए हैं. ई-केवाईसी और आधार सीडिंग के जरिए चार पहिया वाहन मालिक, 2.5 एकड़ से अधिक जमीन वाले, सरकारी नौकरी करने वालों और अधिक आय वर्ग के लोगों की पहचान कर उन्हें योजना से बाहर किया गया. अगस्त 2025 से ऐसे लाभुकों पर जुर्माना लगाने की तैयारी भी है. इस कदम से सरकारी खजाने पर बोझ घटने और वास्तविक जरूरतमंदों को लाभ मिलने की उम्मीद है.

Dhanbad Ration card cancelled: झारखंड के धनबाद जिले के बाघमारा प्रखंड सहित कई क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत लाल और पीले राशन कार्ड का दुरुपयोग करने वालों पर प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है. जिन परिवारों के पास चार पहिया वाहन, 2.5 एकड़ से अधिक भूमि, एसी, फ्रिज या लाइसेंसी हथियार हैं, उन्हें अब राशन योजना से बाहर कर दिया गया है.
इसके अलावा जिनके परिवार में सरकारी नौकरी कर रहे सदस्य हैं या जिनकी आय ग्रामीण क्षेत्रों में ₹2 लाख और शहरी क्षेत्रों में ₹3 लाख से अधिक है, उनके भी राशन कार्ड रद्द कर दिए गए हैं.
ई-केवाईसी से हुआ खुलासा
राशन कार्ड को आधार से जोड़ने और ई-केवाईसी के बाद सरकार को बड़ी संख्या में अयोग्य लाभुकों की पहचान करने में सफलता मिली. नए सॉफ्टवेयर की मदद से खातों, जमीन और खरीदारी का पूरा डाटा खंगाला गया, जिससे उन लोगों को भी चिह्नित किया गया जो इनकम टैक्स देते हैं या अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ पहले से ले रहे हैं. अगस्त 2025 से ऐसे लाभुकों पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
जिलेभर में इतने राशन कार्ड रद्द
धनबाद जिले में कुल 23,271 राशन कार्ड रद्द किए गए हैं. सिर्फ बाघमारा प्रखंड में 2873 कार्ड, जबकि धनबाद नगर निगम क्षेत्र में 7967 कार्ड रद्द किए गए. तोपचांची में 1613, गोबिंदपुर में 3369, बलियापुर में 978, चिरकुंडा नगर परिषद में 429, केंन्दुआडीह सह जोगता में 436 और बलियापुर में 978 राशन कार्ड रद्द हुए हैं.
सरकार का मानना है कि इस सख्त कार्रवाई से सरकारी खजाने पर बोझ कम होगा और वास्तव में ज़रूरतमंद लोगों को ही योजना का लाभ मिल सकेगा.