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पलवल में पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार, सेना की भेजता था जानकारी, पुलिस ने ऐसे धर दबोचा

हरियाणा के पलवल जिले में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के शक में एक बड़ा खुलासा हुआ है. जहां एक शख्स पर आरोप है कि वह भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी को भेज रहा था.

पलवल में पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार, सेना की भेजता था जानकारी, पुलिस ने ऐसे धर दबोचा
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( Image Source:  AI SORA )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 28 Sept 2025 4:15 PM IST

हरियाणा के पलवल जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. आलीमेव गांव के 35 वर्षीय तौफिक को पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पलवल जिला पुलिस की खुफिया शाखा (सीआईए) ने यह कार्रवाई तब की जब खुफिया सूचना मिली कि तौफिक भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान उच्चायोग के एक कर्मचारी को भेज रहा था. आरोपी के मोबाइल में इस बात के ठोस सबूत भी मिले हैं.

गुप्त सूचना से शुरू हुई जांच

खुफिया ब्यूरो की तरफ से सीआईए को मिली गुप्त सूचना ने तौफिक की गतिविधियों पर पुलिस की नजरें तेज कर दी. जांच में सामने आया कि आरोपी वॉट्सऐप के माध्यम से दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी के संपर्क में था और भारतीय सेना की गोपनीय जानकारी उसे भेजता था. गुरुवार को पुलिस ने आलीमेव गांव में छापेमारी कर तौफिक को हिरासत में लिया और उसकी विस्तृत पूछताछ की. जांच के दौरान आरोपी की कथित गतिविधियों की पुष्टि होने पर शुक्रवार को उसके खिलाफ देशद्रोह की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.

पाकिस्तान से जुड़ी पिछली यात्रा और संपर्क

पुलिस के अनुसार, तौफिक लगभग तीन-चार साल पहले अपने रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान गया था. इसी दौरान उसकी पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी से मुलाकात हुई. इसके बाद दोनों ने वॉट्सऐप के माध्यम से बातचीत शुरू कर दी. आरोपी ने स्थानीय लोगों को पाकिस्तान जाने के लिए वीजा लगवाने के लिए प्रेरित किया और कई लोगों के वीजा करवा कर उन्हें पाकिस्तान भेजा.

मोबाइल में मिले अहम सबूत

तौफिक के मोबाइल की वॉट्सऐप चैट में एक सैनिक की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी को भेजने के स्पष्ट संकेत मिले. इसके अलावा, आरोपी के मोबाइल में कई पाकिस्तानी नंबर भी दर्ज पाए गए. डीएसपी क्राइम मनोज कुमार ने इस मामले में अभी तक अधिक जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन उन्होंने कहा कि जांच जारी है और आरोपी के संपर्कों का पता लगाया जा रहा है.

पिछले मामलों का कनेक्शन

पलवल पुलिस ने बताया कि पाकिस्तान के लिए जासूसी के कई मामलों में पहले भी गिरफ्तारियाँ हो चुकी हैं. इस साल मई में राजाका गांव के अरमान को गिरफ्तार किया गया था. अरमान दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी दानिश को संवेदनशील जानकारी देता था. अरमान की पाकिस्तान में रिश्तेदार थीं और इस दौरान वह उच्चायोग के संपर्क में आया. इसी तरह नूंह के कांगरका गांव से तारीफ को भी पाकिस्तान से जुड़े मामलों में पकड़ा गया था.

उच्चायोग के जाल में फंसते लोग

विशेषज्ञों के अनुसार, पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी स्थानीय लोगों को अपने जाल में फंसाकर भारतीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी हासिल करने की कोशिश करते रहते हैं. देश के विभाजन के बाद कई लोग पाकिस्तान चले गए, जबकि उनके परिवार के सदस्य भारत में ही रह गए. इस वजह से दोनों देशों के बीच संपर्क बना रहता है, और स्थानीय लोग अक्सर उच्चायोग के कर्मचारियों के संपर्क में आ जाते हैं. खुफिया एजेंसियाँ ऐसे लोगों की गतिविधियों पर हमेशा नजर रखती हैं.

निगरानी और सतर्कता की जरूरत

यह मामला एक बार फिर यह याद दिलाता है कि पाकिस्तान उच्चायोग के माध्यम से देश के भीतर संवेदनशील जानकारी हासिल करने की कोशिशें लगातार जारी हैं. स्थानीय लोग, विशेष रूप से ऐसे जो पाकिस्तान से जुड़े रिश्तेदार रखते हैं, खुफिया एजेंसियों के लिए सतर्कता के केंद्र में रहते हैं. पलवल की यह कार्रवाई न सिर्फ जासूसी रोधी एक्शन है बल्कि भविष्य में ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रखने का संदेश भी देती है.

हरियाणा न्‍यूज
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