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पत्नी की मौत का गम सह न सका पति, मासूम बच्चियों को पंखे से लटकाया, फिर खुद भी दे दी जान

फरीदाबाद के बल्लभगढ़ से एक झकझोर देने वाली घटना सामने आई है. जहां पत्नी की मौत के गम में टूटे एक पिता ने खौफनाक कदम उठाया, जिसे सुन आप दंग रह जाएंगे. पिता ने अपनी ही मासूम बेटियों की सांसें छीनने के बाद खुदकुशी कर ली.

पत्नी की मौत का गम सह न सका पति, मासूम बच्चियों को पंखे से लटकाया, फिर खुद भी दे दी जान
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( Image Source:  Canva )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 26 Sept 2025 12:05 PM IST

बल्लभगढ़ सेक्टर-8 से गुरुवार शाम एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई. जहां एक पिता ने अपनी दो मासूम बेटियों की हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली. पहले बेटियों को पंखे पर लटकाया, फिर खुद फांसी लगा ली.

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि निखिल डिप्रेशन में था. क्योंकि करीब दो महीने पहले उसकी पत्नी पूजा की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई थी, जिसके बाद से निखिल अकेलेपन और तनाव से जूझ रहा था.

बाप ने की बेटियों की हत्या

निखिल और पूजा की शादी 2019 में हुई थी. इस शादी से उनकी दो लड़कियां हुई. पहली बेटी सिद्धि दो साल की थी और रिद्धि दो महीने की नवजात. गुरुवार की शाम निखिल ने मासूमों को पंखे से लटकाकर उनकी सांसें रोक दीं. इसके बाद वह दूसरे कमरे में गया और खुद भी फंदे से झूल गया. यह भयावह दृश्य देर शाम तब सामने आया जब निखिल के पिता उदय शंकर घर लौटे.

पिता की आंखों के सामने बर्बाद घर

घर का दरवाज़ा खोलते ही जो नज़ारा सामने आया, उसने एक बाप की ज़िंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया. पहले कमरे में नन्हीं पोतियों के शरीर झूलते मिले. घबराकर जब वह दूसरे कमरे में पहुंचे तो अपने बेटे निखिल को भी उसी हाल में पाया. बदहवासी में उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी.

जांच में जुटी पुलिस

फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है. प्राथमिक जांच में पत्नी की मौत के बाद उपजे अवसाद को इस कदम की बड़ी वजह माना जा रहा है.

समाज के लिए सीख

यह घटना सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है. मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी किस तरह इंसान को अंधेरे रास्ते पर ले जा सकती है, इसका यह भयावह उदाहरण है. मासूम जिन्दगियों का बुझ जाना और एक युवा का टूट जाना इस बात की पुकार है कि मानसिक तनाव को हल्के में न लें और समय रहते मदद लें.

हरियाणा न्‍यूज
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