कहानी उस सीएम की, जिसके डर से रात में शराब पीने से डरते थे अधिकारी; इकोनॉमी क्लास में करते थे सफर
Om Prakash Chautala Death: हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला 20 दिसंबर को निधन हो गया. उन्होंने गुरुग्राम में अंतिम सांस ली. वे इंडियन नेशनल लोकदल के प्रमुख थे. आइए, उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ अनसुनी बातों को जानते हैं...
  Om Prakash Chautala: 'हमारा देश कृषि प्रधान देश. इसकी अर्थव्यवस्था किसानों से चलती है. अगर किसान समृद्ध होंगे तो देश समृद्ध होगा. किसान खुलहाल है तो देश मालामाल है...'यह बात हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने विधानसभा चुनाव 2024 से पहले एक इंटरव्यू में कही थी. उन्होंने कहा था कि अगर हरियाणा में इनेलो- बसपा गठबंधन की सरकार बनती है तो हमारा प्राथमिक लक्ष्य बुनियादी जरूरतों को पूरा करना होगा. हम किसानों के लिए कई योजनाएं लाएंगे.
इंडियन नेशनल लोकदल के प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला (OP Chautala) अब हमारे बीच नहीं रहे. उनका 89 साल की उम्र में निधन हो गया. वे चार बार हरियाणा के सीएम रहे. उनकी लंबे राजनीतिक करियर में कई ऐसे भी मुकाम आए जो यादगार बन गए. ऐसे ही कुछ रोचक किस्सों से हम आपको रूबरू करवा रहे हैं.
इकोनॉमी क्लास में सफर करना था पसंद
साल 2023 में द संडे गार्डियन को दिए एक इंटरव्यू में ओपी चौटाला ने बताया था कि उन्होंने 152 देशों की यात्राएं की थीं. मुख्यमंत्री रहते हुए वे प्लेन या ट्रेन से यात्रा किया करते थे, लेकिन कभी अपर क्लास में सफर नहीं किया. वे इकोनॉमी क्लास में सफर करना पसंद करते थे. खुद के सफल प्रशासक होने के सवाल पर चौटाला ने कहा था कि ''मुझे यह सीखने की जरूरत नहीं थी. मैं हमेशा अपने पिता के नक्शेकदम पर चलता रहा. जहां तक मेरी दिनचर्या का सवाल है, मैं बहुत सक्रिय व्यक्ति हूं. एक दिन में कई लोगों से मिलता हूं.''
'जेल जाना पड़े तो मैं ग्रेजुएट हो जाऊंगा'
ओम प्रकाश चौटाला को आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में काफी समय बिताना पड़ा, जिसे लेकर उनका कहना था कि उन्हें जेल जाने से डर नहीं लगता. वो कहते थे कि अगर मुझे फिर से जेल जाना पड़े तो मैं ग्रेजुएट हो जाऊंगा. मैंने जेल में रहते हुए 10वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की है. बता दें कि चौटाला ने 87 साल की उम्र में 10वीं और 12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की थी. उनकी जिंदगी पर एक फिल्म 'दसवीं' भी बन चुकी है. उन्होंने इस बात को सही साबित किया कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती. कई लोगों के लिए वे प्रेरणा स्त्रोत हैं.
'अधिकारी रात में नहीं पीते थे शराब'
ओपी चौटाला के बारे में कहा जाता है कि उनके द्वारा बुलाए जाने के डर से कोई भी अधिकारी रात में शराब नहीं पीता था। इस बात को खुद चौटाला ने भी स्वीकार किया था. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के समय में अधिकारी रात में शराब पीने से परहेज करते थे, क्योंकि उन्हें मुख्यमंत्री द्वारा बुलाए जाने का डर था.
'चौधरी देवी लाल का खून हमारी रगों में बहता है'
'हिंदुस्तान टाइम्स' को हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से पहले दिए गए एक इंटरव्यू में ओपी चौटाला ने कहा कि मेरे पिता चौधरी देवी लाल ने गरीबों की हर संभव मदद की. उनका खून हमारी रगो में बहता है. जब मैं देशवासियों की दुर्दशा देखता हूं तो मुझे बहुत दुख होता है. इसलिए मैं अपने शरीर की परवाह किए बिना लोगों की मदद करता हूं.
आखिरी इच्छा रह गई अधूरी
इंटरव्यू के दौरान चौटाला ने दावा किया था कि अगली सरकार इनेलो की बनने जा रही है. हालांकि, उनकी यह इच्छा अधूरी रह गई. बीजेपी ने फिर से सरकार बनाई. इनेलो चीफ ने पीएम मोदी को लेकर कहा कि मोदी अपने गुणों के कारण सफल नहीं हुए हैं, बल्कि अन्य राजनीतिक दलों की कमियों के कारण सफल हुए हैं.
'दुष्कर्म पीड़िता को एफआईआर दर्ज कराने के लिए उतारने पड़ते थे कपड़े'
12 साल पहले PTC NEWS को दिए एक इंटरव्यू के दौरान चौधरी ओम प्रकाश चौटाला ने कहा था कि आज हालात ऐसे हो गए हैं कि अगर कोई महिला, जिसके साथ दुष्कर्म हुआ है, वह थाने पर शिकायत दर्ज कराने जाती है तो उसे निर्वस्त्र होकर एफआईआर दर्ज करानी पड़ती है. हरियाणा में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है.
जब 48 घड़ियों और 24 महंगे फोन के साथ पकड़े गए ओम प्रकाश चौटाला
अब आपको 1978 की एक घटना बताते हैं. उस समय चौधरी देवी लाल हरियाणा के सीएम थे. ओम प्रकाश चौटाला थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में साउथ-ईस्ट एशिया का एक सम्मेलन अटेंड करने गए हुए थे. जब वे वापस भारत लौटे तो दिल्ली एयरपोर्ट पर उनके बैग से 48 घड़ियां और 24 महंगे फोन बरामद हुए. इसके बाद यह खबर फैल गई कि सीएम देवीलाल का बेटा तस्करी में पकड़ा गया है.
'घर के दरवाजे ओम प्रकाश चौटाला के लिए हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं'
चौधरी देवी लाल चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती थे. उन्हें किसी ने बताया कि उनका बेटा तस्करी के मामले में पकड़ा गया है. इसके बाद देवी लाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनके घर के दरवाजे ओम प्रकाश चौटाला के लिए हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं. हालांकि, वित्त मंत्री संपत सिंह ने बताया कि ये घड़ियां उन्हें विदेशी दौरे पर गिफ्ट में मिली थीं. उन्हें ही वे बैग में भरकर भारत लाए हैं. बाद में, देवीलाल ने भी ओम प्रकाश चौटाला को माफ कर दिया.
ओम प्रकाश चौटाला की सबसे बड़ी गलती क्या थी?
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओम प्रकाश चौटाला ने सबसे बड़ी गलती अक्टूबर 2018 की गोहना रैली में की थी, जब उन्होंने अपने बड़े बेटे अजय चौटाला और उनके दो बेटों दुष्यंत और दिग्विजय को पार्टी से बाहर कर दिया था. चौटाला जब मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने एक बार बुजुर्गों से कहा था कि अगर वे उनके कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं तो पार्टी छोड़ दें. इससे बुजुर्ग काफी नाराज हुए थे.
परिवार में हुआ बिखराव
ओम प्रकाश चौटाला को 2018 में जब अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी चुनने के लिए कहा गया तो उन्होंने अपने छोटे बेटे अभय चौटाला को तवज्जो दी. आगे चलकर चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला के बेटे दुष्यंत चौटाला ने खुद की जननायक जनता पार्टी बना ली, जबकि चौटाला के छोटे बेटे अभय चौटाला इनेलो की कमान संभाल रहे हैं.





