'उन्होंने मुझे बिस्तर पर बैठाया और फिर..' बृजभूषण के कमरे से रोते हुए भागी थी रेसलर साक्षी मलिक, अपनी किताब में किया बड़ा खुलासा
भारतीय रेसलर साक्षी मलिक ने अपनी किताब 'विटनेस' लॉन्च की है. जिसमें उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए है. रेसलर ने अपनी किताब में बताया है कि कैसे बृजभूषण उनसे फोन पर कहते थे कि उनकी बातें मानोगी तो आगे तक जाओगी.

हाल ही में साक्षी मलिक (Sakshi Malik) की किताब 'विटनेस' लॉन्च हुई. इस किताब में उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि बृजभूषण के अध्यक्ष बनने के बाद वह अक्सर ट्रायल के लिए आते थे. किताब में साक्षी ने जिक्र किया है कि बृजभूषण प्रैक्टिस करने वाली प्लेयर्स से घुलने मिलने लगे थें. लेकिन जल्द ही महिला खिलाड़ियों को बृजभूषण के इरादों का पता चल गया.
साक्षी मलिक ने अपनी किताब में कहा है कि बृजभूषण को लड़कियों के बारे में जानकारी देने के लिए ही कुछ फिजियोथेरेपिस्ट को कैंप में रखा गया था. जिनका काम था उन्हें यह बताना कि कौन सी महिला खिलाड़ी क्या कर रही है और कहां जा रही हैं. वह कब ट्रैवल कर रही हैं या किसी को डेट कर रही हैं.
तुम्हें आगे तक ले जाऊंगा
साक्षी का अपनी किताब में कहना है कि कुछ महिला खिलाड़ी जहां उनके इरादों को समझ गई थी. वहीं कुछ उनके अटेंशन को एन्जॉय करती थी. साक्षी ने कहा, 'जब मैंने साल 2012 में एशियन चैम्पियनशिप का ट्रायल जीत लिया तब ब्रिजभूषण की नजर मुझ पर पड़ी और उन्होंने पास आकर कहा यहां आओ मेरे बंदर उसके बाद वह मुझे जब भी देखते बंदर ही बुलाते. मैंने उन्हें बंदर बुलाने के लिए कई बार मना किया.' साक्षी ने कहा कि ट्रायल मैच जीतने के कुछ हफ्ते बाद उनका मेरे पास फोन आया और उन्होंने मुझसे पूछा कि तुम्हें किसी चीज की जरूरत तो नहीं क्योंकि तुम अच्छी रेसलर हो मैं तुम्हारे लिए प्रोटीन सप्लीमेंट भेजूंगा.' साक्षी का कहना है कि उन्होंने बृजभूषण की इन बातों को जब कोई तवज्जों नहीं दी तो उन्होंने साक्षी से कहा कि मुझसे बात करती रहा करो. जब तक तुम मेरी बातें मानोगी मैं तुम्हें बहुत आगे ले जाऊंगा.
उनकी अजीब बातों से मैं समझ गई थी
मलिक का आरोप है कि 2012 में कजाकिस्तान के अलमाटी के एशियन जूनियर चैम्पियनशिप के दौरान बृजभूषण ने उनका यौन शोषण किया था. साक्षी ने इस घटना का पूरा जिक्र अपनी किताब में किया है. उन्होंने कहा कि जैसे वह पोडियम से उतरी बृजभूषण खुद सामने खड़े थें और उनके चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान थी. उन्होंने अजीब तरह की बातें की और कहा, 'मैंने भगवान से तुम्हें गोल्ड मेडल देने की प्रार्थना की थी. मेरे गले में एक गोल्ड का लॉकेट था जिसमें हनुमान जी एक तस्वीर थी वह तस्वीर कहीं खो गई और तुम्हें गोल्ड मेडल मिला गया.' साक्षी का कहना है कि उनकी अजीब बातों से मैं समझ गई थी वह मुझसे जरूरत से ज्यादा मेल जोल बढ़ाना चाहते थें.
मोलेस्ट करने की कोशिश की
साक्षी का कहना है कि उन्हें पूरा यकीन था कि जिन चीजों को वह टाल रही है एक दिन यह व्यक्ति उन्हें कमरे में बुलाकर उनका यौन उत्पीड़न भी कर सकता है. महिला खिलाड़ियों के बीच अक्सर अफवाहें थी कि बृजभूषण उन्हें होटल के कमरे में बुलाकर उन्हें मजबूर करता था. यौन उत्पीड़न का खुलासा करते हुए साक्षी ने बताया कि बृजभूषण ने उन्हें अपने कमरे में बुलाया और उनके सामने उनके पैरेंट्स को फोन लगाया. फोन रखते ही जब वह उनके बिस्तर पर बैठी थी तब बृजभूषण ने साक्षी को मोलेस्ट करने की कोशिश की. बृजभूषण के इरादे समझते ही साक्षी ने उन्हें जोर का धक्का दिया और रोने लगी. इतने में वह पीछे हट गया और वह समझ गए कि जैसा वह चाहता है मैं उसे वैसा करने नहीं दूंगी. हालांकि बाद में बृजभूषण ने कहा, 'मैंने तुम्हें तुम्हरे पिता की तरह छुआ था. साक्षी अपनी इस किताब में बताती है कि इस घटना ने उन्हें मानसिक रूप से बहुत परेशान किया जिससे उभरने में उन्हें चार साल का समय लगा.