गुरुग्राम में STF के साथ मुठभेड़, लॉरेंस गैंग का खास शॉर्प शूटर एनकाउंटर में हुआ घायल, जानें 25 हजार के इनामी रोहित की क्राइम हिस्ट्री
गुरुग्राम में शनिवार को एक बार फिर अपराध और कानून के बीच आमने-सामने की टक्कर देखने को मिली, जब स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शॉर्प शूटर के बीच मुठभेड़ हुई. इस एनकाउंटर में गैंग का खास शूटर रोहित घायल हो गया, जिस पर 25,000 का इनाम घोषित था. लंबे समय से पुलिस की रडार पर चल रहे रोहित का आपराधिक इतिहास खून-खराबे और संगठित अपराध से जुड़ा रहा है.

रविवार की सुबह आम दिनों जैसी नहीं थी. गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर अचानक गोलियों की आवाज़ गूंजने लगी. ये कोई फिल्म का सीन नहीं था, बल्कि STF और एक कुख्यात गैंगस्टर के बीच असली मुठभेड़ थी. नतीजा 25 हजार के इनामी बदमाश रोहित को गोली लगी और वो STF के शिकंजे में आ गया.
STF की इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि अब अपराधियों की खैर नहीं. रोहित की गिरफ्तारी केवल एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि उन कई मामलों की चाबी है जो अब तक अनसुलझे थे. साथ ही, रोहित गोदारा और लॉरेंस बिश्नोई जैसे गैंगस्टरों के नेटवर्क पर भी बड़ी चोट मानी जा रही है.
कौन है गैंगस्टर रोहित?
रोहित कोई आम अपराधी नहीं था. ये वही शूटर है जो विदेश में बैठे गैंगस्टर रोहित गोदारा के लिए काम करता था. गोदारा जो खुद लॉरेंस बिश्नोई जैसे खतरनाक अपराधियों के साथ मिलकर गैंग को ऑपरेट करता है. गुरुग्राम के एक पूर्व जिला पार्षद को भी धमकी देने का काम गोदारा के इशारे पर रोहित ने ही किया था.
कैसे पकड़ा गया रोहित? STF का मास्टर प्लान
STF में तैनात इंस्पेक्टर नरेंद्र चौहान को पुख्ता जानकारी मिली कि रोहित गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड से गुजरने वाला है. फिर क्या था, गांव बालियावास के पास नाकाबंदी की गई. रोहित जैसे ही वहां पहुंचा, पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन जवाब में मिली गोली. STF ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें रोहित घायल हो गया और धर दबोचा गया.
इलाज से लेकर रैफर तक
गोली लगने के बाद रोहित को फौरन गुरुग्राम अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन हालत गंभीर थी, इसलिए उसे PGI रोहतक रैफर किया गया। पुलिस की निगरानी में इलाज जारी है. रोहित पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.