नाम एक, शख्स दो... रिहा होना था चोर, निकल गया कुकर्म का आरोपी! फरीदाबाद की नीमका जेल में बड़ा कांड, 5 कर्मचारी सस्पेंड
फरीदाबाद की नीमका जेल में पहचान की भूल के कारण नाबालिग से कुकर्म का आरोपी नितेश पांडे गलती से रिहा कर दिया गया, जबकि रिहाई का आदेश एक अन्य मामूली अपराधी नितेश के लिए था. दोनों का नाम और पिता का नाम एक जैसा होने से भ्रम हुआ. जेल प्रशासन ने आरोप लगाया कि आरोपी ने पहचान छुपाई. मामले में पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है और पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है.

Faridabad Neemka jail case: हरियाणा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. फरीदाबाद की नीमका जेल में पहचान की भारी भूल के चलते एक गलत कैदी को रिहा कर दिया गया, जिसके बाद जेल प्रशासन के पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है.
जेल में दो कैदी बंद थे जिनका नाम नितेश था और दोनों के पिता का नाम रवींद्र होने के कारण भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई. हालांकि दोनों के अपराध एक-दूसरे से बिल्कुल अलग थे... एक पर घर में जबरन घुसने का मामूली आरोप था, जबकि दूसरा नाबालिग लड़के से दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराध में जेल में बंद था.
बच्चे के साथ कुकर्म का आरोपी रिहा
जेल प्रशासन को 24 वर्षीय नितेश को रिहा करना था, जिस पर घर में घुसने और हमला करने का आरोप था और जिसे अदालत से जमानत मिल गई थी, लेकिन गलती से 27 वर्षीय नितेश पांडे, जो 2021 में 9 वर्षीय बच्चे के साथ दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार हुआ था, को रिहा कर दिया गया. अब पुलिस फरार हुए बलात्कार आरोपी की तलाश कर रही है. सदर थाना प्रभारी ने कहा कि उसे जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.
पहचान छुपाकर रिहा हुआ आरोपी
जेल प्रशासन ने दावा किया है कि नितेश पांडे ने अपनी पहचान छुपाकर रिहाई पाई, और इस संबंध में सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. जेल उपाधीक्षक विक्रम सिंह ने पीटीआई को बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पांच कर्मचारियों को जेल अधीक्षक ने किया सस्पेंड
जेल अधीक्षक हरेंद्र सिंह द्वारा कराए गए आंतरिक जांच के बाद पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. यह मामला जेल प्रशासन में लापरवाही और पहचान सत्यापन की खामियों को उजागर करता है.