हॉस्पिटल नहीं 'हॉरर हॉल'! ICU में वेंटिलेटर पर एयर होस्टेस से यौन उत्पीड़न, दिल्ली से सटे इस जगह का है मामला
गुरुग्राम के एक अस्पताल में इलाज के दौरान ICU में वेंटिलेटर पर रखी गई एक 46 वर्षीय फ्लाइट अटेंडेंट ने यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है. पीड़िता ने अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. मामला दर्ज कर जांच शुरू हो गई है। अस्पताल ने सीसीटीवी फुटेज सौंपने और जांच में सहयोग की बात कही है.
गुरुग्राम में एयरलाइन की ट्रेनिंग पर आई 46 वर्षीय महिला फ्लाइट अटेंडेंट ने आरोप लगाया है कि ICU में वेंटिलेटर पर रहते हुए उसके साथ यौन उत्पीड़न हुआ. यह मामला तब सामने आया जब अस्पताल से छुट्टी के बाद महिला ने साहस कर अपने पति को घटना की जानकारी दी. इस खुलासे के बाद गुरुग्राम पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पीड़िता को स्विमिंग पूल में डूबने के बाद गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था. इलाज के दौरान वह वेंटिलेटर पर आधे बेहोशी की हालत में थी. शिकायत के अनुसार, उसी अवस्था में कुछ अस्पताल कर्मचारियों ने उसकी स्थिति का फायदा उठाकर यौन उत्पीड़न किया. वह न बोल सकती थी, न विरोध कर सकती थी. यह उस लाचारी का भयावह चित्र है जिसमें इंसान सबसे असहाय होता है.
मौजूद नर्सों ने नहीं किया इंटरफेयर
शिकायत में बताया गया है कि वारदात के वक़्त कमरे में दो नर्सें मौजूद थीं, लेकिन किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया. इस चुप्पी और अनदेखी ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि अस्पतालों की सुरक्षा और संवेदनशीलता पर क्या वाकई भरोसा किया जा सकता है? अस्पताल प्रबंधन ने फिलहाल जांच में सहयोग का आश्वासन दिया है और कहा है कि आरोपों की पुष्टि अभी बाकी है.
सीसीटीवी फुटेज की हो रही जांच
पुलिस ने पीड़िता का बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज किया है और अब अस्पताल के ड्यूटी चार्ट और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है. अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. इस घटना ने एक बार फिर स्वास्थ्य संस्थानों में जवाबदेही और निगरानी की ज़रूरत को उजागर कर दिया है.
अस्पताल कर रहा जांच में सहयोग
अस्पताल ने कहा है कि वह जांच में पूरा सहयोग कर रहा है, लेकिन यह मामला एक गहरी सामाजिक चुप्पी को तोड़ता है. जहां पीड़िता की आवाज़ उस वक्त दबा दी जाती है जब उसे सबसे ज्यादा ज़रूरत होती है. यह केवल एक कानूनी केस नहीं, बल्कि संस्थानों की नैतिक ज़िम्मेदारी का भी इम्तिहान है. अब देखना यह है कि क्या न्याय वास्तव में ICU की चुप्पी में से निकल सकेगा.





