दिल्ली विधानसभा में Women Power, CM रेखा vs आतिशी; क्या होंगी दोनों के सामने चुनौतियां?
विधानसभा में आम आदमी पार्टी (आप) की नेता और दिल्ली की पूर्व मंत्री आतिशी मार्लेना को नेता प्रतिपक्ष चुना गया है. यह फैसला रविवार को आप के मुख्यालय में विधायक दल की बैठक में लिया गया. अब विधानसभा में दो प्रमुख पदों पर महिलाओं की नियुक्ति के साथ सदन में नारी शक्ति का प्रभाव देखने को मिलेगा.

दिल्ली चुनाव में भाजपा को 27 साल बाद प्रचंड बहुमत मिला है. पार्टी ने रेखा गुप्ता को दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री के रूप में चुना है. वहीं, ताजा खबरों के मुताबिक, विधानसभा में आम आदमी पार्टी (आप) की नेता और दिल्ली की पूर्व मंत्री आतिशी मार्लेना को नेता प्रतिपक्ष चुना गया है. यह फैसला रविवार को आप के मुख्यालय में विधायक दल की बैठक में लिया गया. अब विधानसभा में दो प्रमुख पदों पर महिलाओं की नियुक्ति के साथ सदन में नारी शक्ति का प्रभाव देखने को मिलेगा.
रेखा गुप्ता भारतीय जनता पार्टी में करीब तीन दशकों से सक्रिय हैं और दिल्ली की राजनीति को गहराई से समझती हैं. दूसरी ओर, आतिशी दूसरी बार कालकाजी सीट से विधायक चुनी गई हैं, लेकिन विपक्ष की नेता बनना उनके राजनीतिक करियर की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, खासकर अरविंद केजरीवाल की अनुपस्थिति के दौर में.
आप ने आतिशी को ही क्यों चुना विपक्ष का नेता?
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की सीटों की संख्या 62 से घटकर 22 रह गई है. इस चुनाव में पार्टी के कई बड़े नेता, जैसे अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन समेत कई दिग्गज नेता चुनावी मैदान में हार गए. हालांकि, कालकाजी सीट से आप प्रत्याशी आतिशी ने भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी को हराकर जीत दर्ज की. वहीं, आतिशी दिल्ली की पूर्व मंत्री भी रह चुकी हैं, शायद इसी कारण उन्हें आप ने नेता प्रतिपक्ष चुना. विपक्ष के अन्य संभावित चेहरों की बात करें तो गोपाल राय और संजीव झा भी इस दौड़ में शामिल थे.
वीमेन पावर की क्या होंगी चुनैतियां?
इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि महिला मुख्यमंत्री हैं ऐसे में विपक्ष का नेता भी महिला नेता हो तो उसे विधानसभा के अंदर चुनौती देने में आसानी होगी. वहीं दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल की आतिशी, विश्वासपात्र भी हैं. जैसा की आप के सूत्रों के मुताबिक अरविंद केजरीवाल के पार्टी में बहुत कम लोगों के अंदर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों पर भरोसा करते हैं.
दिल्ली सियासत में यह मुकाबला काफी कड़ा दिलचस्प देखा जा रहा हैं. रेखा गुप्ता पहली बार विधायक बनीं हैं. इसलिए उन्हें कामकाज सीखने में थोड़ा समय लग सकता है. वहीं आप को लगता है कि ये सही मौका है नई सरकर पर थोड़ा दबाव दिया जाए. BJP की सरकार आते ही आतिशी भाजपा पर लगातार आक्रामक हैं. जिसके बाद केजरीवाल की पार्टी उन्हें सत्ताधारी घेरने के लिए अच्छा विकल्प देख रही है.
पहली बार रेखा गुप्ता विधानसभा की सदस्य बनी हैं, लेकिन इससे पहले वह तीन बार पार्षद रह चुकी हैं और दो बार सत्ता संचालन की जिम्मेदारी भी निभा चुकी हैं. रेखा गुप्ता के करीबी बताते हैं कि उनकी आक्रामकता और तेज-तर्रार राजनीतिक शैली आतिशी से किसी भी तरह कम नहीं है. ऐसे में बहुमत का समर्थन मिलने से उनके लिए काम करना और भी आसान होगा. दिल्ली विधानसभा में इन दो आक्रामक महिला नेताओं के बीच तीखी बहस और नोकझोंक देखने को मिल सकती है.