शरजील इमाम क्यों कर रहा फिल्म '2020 दिल्ली' की रिलीज का विरोध
शरजील इमाम पर दिल्ली दंगा भड़काने का आरोप है. इसके चलते वह 2020 से जेल में बंद है. अब शरजील इमाम ने दिल्ली हाईकोर्ट से दिल्ली दंगे पर बनी फिल्म की रिलीज डेट को पोस्टपोर्न करने की मांग की है.

साल 2020 में शरजील इमाम को दिल्ली दंगों के मास्टरमाइंड का आरोप लगा था. इस दंगे में 53 लोग मारे गए थे और 700 से अधिक लोगों की जान गई. जहां इस घटना पर एक फिल्म बनाई गई है. अब इसकी रिलीज को टालने के लिए शरजील ने दिल्ली हाई कोर्ट का रूख किया है. 2020 दिल्ली दंगों पर बनी फिल्म को देवेंद्र मालवीय ने डायरेक्ट किया है. इस फिल्म में बृजेंद्र काला, भूपेश सिंह और आकाशदीप अरोड़ा लीड रोल में है. यह फिल्म 2 फरवरी को रिलीज होने वाली है.
शरजील इमाम ने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि यह फिल्म 2020 दंगों में सामने आई सच्ची घटनाओं पर आधारित होने का दावा करती है. यह फिल्म उसकी जमानत याचिका और मुकदमे पर उल्टा असर डाल सकती है. इसलिए शरजील ने मांग करते हुए कहा कि मामले की सुनवाई पूरी होने तक फिल्म की रिलीज को आगे बढ़ा दिया जाए.
अदालत में प्री-स्क्रीनिंग की मांग
इस मामले की सुनवाई जस्टिस सचिन दत्ता कर रहे हैं. जहां शरजील के वकील ने आज अदालत में फिल्म का ट्रेलर देखने की रिक्वेस्ट की है. याचिकाकर्ता ने यह भी मांग की है कि इस हफ्ते के आखिर में रिलीज होने से पहले अदालत फिल्म की प्री-स्क्रीनिंग होस्ट करे.
शुक्रवार को होगी सुनवाई
इस बीच, फिल्म के मेकर्स को रिप्रजेंट करने वाले वकील ने कहा कि उन्हें अभी तक अदालत में दायर इमाम की याचिका की कॉपी नहीं मिली है. साथ ही, उन्हें पता चला है कि मामले की सुनवाई आज सोशल मीडिया के जरिए से ही होनी है. हालांकि, जस्टिस दत्ता ने आज मामले की सुनवाई करने से इनकार कर दिया और मामले को शुक्रवार के लिए स्थगित कर दिया.
शरजील इमाम क्यों है जेल में बंद?
शरजील इमाम पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था. पिछले साल मई में दिल्ली हाई कोर्ट ने सीएए के संबंध में उनके द्वारा दिए गए कथित भड़काऊ भाषणों से संबंधित राजद्रोह के मामले में इमाम को ज़मानत दे दी थी. इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि उन्होंने अपने खिलाफ लगाए गए अपराधों के लिए आधी सज़ा पहले ही काट ली थी. हालांकि, इमाम जेल में ही रहे क्योंकि वह 2020 में सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में बड़ी साजिश के मामले में भी आरोपी थे.