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केजरीवाल को क्यों करना पड़ा पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का एलान? बीजेपी ने बताई वजह

Pujari Granthi Samman Yojana: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों के लिए पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का एलान किया. इस योजना से पुजारियों और ग्रंथियों को हर महीने 18 हजार रुपये मिलेंगे. अब इस पर बीजेपी ने हमला बोला है और सवाल उठाया है कि यह योजना इस समय क्यों लाई गई.

केजरीवाल को क्यों करना पड़ा पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का एलान? बीजेपी ने बताई वजह
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( Image Source:  X )

Pujari Granthi Samman Rashi Scheme: भारतीय जनता पार्टी ने पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना को लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. उसका कहना है कि AAP को भगवान राम की याद तभी आती है, जब उन्हें लगता है कि वे चुनाव हार रहे हैं. इससे पहले, AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने एलान किया था कि उनकी पार्टी अगर फिर से सत्ता में आती है तो दिल्ली के मंदिरों और गुरुद्वारों में सेवा करने वाले सभी पुजारियों और ग्रंथियों को 18 हजार रुपये महीने मानदेय दिया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि 31 दिसंबर को कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर से योजना का रजिस्ट्रेशन शुरू किया जाएगा.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि AAP को अदालत में जवाब देना होगा कि उन्होंने मुस्लिम मौलानाओं और इमामों को तो पैसा दिया, लेकिन पंडितों और ग्रंथियों को नहीं. इससे बचने के लिए आज उन्होंने यह चुनावी वादा किया.

मंदिर के पुजारी केजरीवाल से करेंगे सवाल

सचदेवा ने कहा कि AAP साल 2013 से मौलवियों को वेतन दे रही है. अब तक उसने उन्हें 58 करोड़ 30 लाख 90 हजार रुपये दिए हैं. इसलिए अब मंदिर के पुजारी केजरीवाल से पूछेंगे कि आपने 2013 से 2024 तक 58 करोड़ 30 लाख 90 हजार रुपये दिए हैं. तब आपको हम पंडित और ग्रंथी क्यों याद नहीं आए? अब जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं, तो आपके पैरों तले जमीन खिसक रही है, आपको अचानक भगवान राम याद आ गए हैं.

केजरीवाल ने बीजेपी पर किया कटाक्ष

इससे पहले केजरीवाल ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए उनसे योजना के तहत पुजारियों और ग्रंथियों के पंजीकरण में हस्तक्षेप न करने का आग्रह किया था. यह पूछे जाने पर कि कितने पुजारियों और ग्रंथियों को लाभ मिलने की संभावना है, केजरीवाल ने कहा कि वह पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद संख्या बताएंगे. योजना के लागू होने पर सरकारी खजाने पर पड़ने वाले वित्तीय बोझ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम पैसों की कमी की वजह से योजना को प्रभावित नहीं होने देंगे.

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