जहां से उठाकर फेंके गए थे अब उसी विधानसभा के बने स्पीकर, कौन हैं Vijendra Gupta? Video Viral
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष पद पर विजेंद्र गुप्ता की वापसी ने राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है. इस हलचल के बीच उनका 10 साल पुराना एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि किस तरह उन्हें सदन से बाहर निकाला जा रहा है.

दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष पद पर विजेंद्र गुप्ता की वापसी ने राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है. 20 फरवरी 2025 को भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष के रूप में शपथ ली. यह वही विधानसभा है, जहां उन्हें आज 10 साल पहले उन्हें मार्शल की मदद से बाहर किया गया था.
विजेंद्र गुप्ता का विधानसभा के अंदर एक यादगार दृश्य था, जब सफेद कुर्ता-पायजामा पहने उन्हें आधा दर्जन मार्शलों ने उठाकर बाहर निकाला था. भाजपा नेता ने फर्नीचर को मजबूती से पकड़ रखा था और जब तक बाहर नहीं निकाले गए, तब तक विरोध करते रहे. आज, वही विजेंद्र गुप्ता विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में लौट आए हैं. जहां 10 साल पहले उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया था, वहीं अब उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के रूप में एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है.
दिल्ली विधानसभा, जहां 2015 में भाजपा के केवल 3 और 2020 में 8 विधायक थे, अब पूर्ण बहुमत में है. वहीं, आम आदमी पार्टी, जिसने तीन बार सरकार बनाई और पहले ही चुनाव के बाद सत्ता में पहुंची, अब पहली बार विपक्ष की भूमिका में नजर आएगी. विधानसभा अध्यक्ष के रूप में भाजपा के वरिष्ठ नेता विजेंद्र गुप्ता को चुना गया है. उनके स्पीकर बनने की घोषणा के बाद से उनकी एक पुरानी तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है. कहा जा रहा है कि यही तस्वीर आम आदमी पार्टी के विधायकों के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर सकती है.
इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि विजेंद्र गुप्ता को मार्शल उठाकर दिल्ली विधानसभा से बाहर ले जाता दिखाई दे रहा है. फोटो 10 साल पुरानी 30 नवंबर 2015 की है तब विधानसभा में भाजपा के तीन ही विधायक थे. उस समय आप विधायक अलका लांबा के खिलाफ ओपी शर्मा द्वारा कथित रुप से अपमानजनक टिप्पणी करने पर भारी हंगामा हुआ था. तब विजेंद्र गुप्ता को दिल्ली विधानसभा से बाहर निकाल दिया गया था.
कौन हैं विजेंद्र गुप्ता?
विजेंद्र गुप्ता की शिक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) से हुई है. वह छात्र जीवन में ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़ गए थे. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ का चुनाव लड़ा और उपाध्यक्ष पद के लिए चुने गए.
सियासी सफरनामा
1980: विजेंद्र गुप्ता ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और जनता विद्यार्थी मोर्चा का हिस्सा बने.
1983: उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा केशवपुरम जिले का अध्यक्ष नियुक्त किया गया.
1997: उनका चुनावी करियर एमसीडी पार्षद चुनाव जीतने के साथ शुरू हुआ.
1997-1998 और 2001-2002: वे एमसीडी में कानून और कर मामलों की समिति के अध्यक्ष भी रहे. रोहिणी से तीन बार नगरपालिका चुनाव बड़े अंतर से जीते.
2002: भाजपा ने उन्हें दिल्ली इकाई का सचिव नियुक्त किया.
2009: उन्होंने चांदनी चौक लोकसभा सीट से कपिल सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए.
2010: 15 मई 2010 को दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष बने.
2013: नई दिल्ली विधानसभा सीट से शीला दीक्षित और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन जीत हासिल नहीं कर सके.