कौन हैं सतीश गोलचा, जो बने दिल्ली के नए पुलिस कमिश्नर? एसबीके सिंह की लेंगे जगह
दिल्ली को नया पुलिस कमिश्नर मिल गया है. 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी सतीश गोलचा को दिल्ली का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है, वह पहले दिल्ली में डीजी (जेल) के पद पर कार्यरत थे और अब एसबीके सिंह की जगह यह जिम्मेदारी संभालेंगे. गोलचा ने इससे पहले डीसीपी, जॉइंट सीपी, स्पेशल सीपी सहित कई अहम पदों पर काम किया है. वे उत्तरी-पूर्वी दिल्ली दंगों के दौरान स्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर) थे और अरुणाचल प्रदेश के डीजीपी भी रह चुके हैं.
Who is Satish Golcha: दिल्ली को नया पुलिस कमिश्नर मिल गया है. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सतीश गोलचा को इस पद पर नियुक्त किया गया है. अब तक पुलिस कमिश्नर का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे एसबीके सिंह को इस पद से हटा दिया गया है. आदेश के अनुसार, गोलचा की नियुक्ति उस दिन से प्रभावी होगी, जिस दिन वह कार्यभार संभालेंगे.
सतीश गोलचा एसबीके सिंह का स्थान ग्रहण करेंगे, जो 1 अगस्त से कार्यवाहक पुलिस कमिश्नर के रूप में तैनात हैं. यह बदलाव दिल्ली में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के अगले ही दिन देखने को मिला है. इस घटनाक्रम को तेज़ी से प्रभावी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है.
कौन हैं सतीश गोलचा?
सतीश गोलचा 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में वह दिल्ली के डीजी (जेल) के पद पर कार्यरत थे. इससे पहले संजय बेनीवाल (IPS AGMUT: 1989) जेल महानिदेशक थे, लेकिन उनके 30 अप्रैल को रिटायरमेंट के बाद यह पद खाली हो गया था.
अपने करियर में सतीश गोलचा ने दिल्ली पुलिस में डीसीपी, जॉइंट सीपी और स्पेशल सीपी के रूप में सेवाएं दी हैं. वह उस समय स्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर) थे, जब उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगे भड़के थे. इसके अलावा, उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के डीजीपी के रूप में भी काम किया है.
AGMUT कैडर से आते हैं सतीश गोलचा
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी सतीश गोलचा AGMUT (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर से आते हैं. मई 2024 में उन्हें डीजी (जेल), दिल्ली का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था. उन्होंने तिहाड़ जेल सहित मांडोली और रोहिणी जेल की सुरक्षा और व्यवस्था संभाली.
कड़क और अनुशासित अधिकारी माने जाते हैं गोलचा
सतीश गोलचा इंजीनियरिंग ग्रेजुएट (B.Tech) हैं. वे UPSC के ज़रिए 1992 बैच के IPS अधिकारी बने. उन्होंने 1992 में IPS जॉइन किया और शुरुआती ट्रेनिंग के बाद दिल्ली पुलिस व अन्य यूनियन टेरिटरीज़ में सेवा दी. गोलचा को एक कड़क और अनुशासित अधिकारी माना जाता है. प्रशासनिक कार्यों में उनका झुकाव लॉ एंड ऑर्डर को मज़बूत रखने और आधुनिक टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल की ओर रहा है. उनकी पहचान एक साफ-सुथरे और नॉन-कॉन्ट्रोवर्शियल अफ़सर की है.





