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बीजेपी को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए सुरेंद्र पाल सिंह, इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

दिल्ली के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के दो बार विधायक रहे सुरेंद्र पाल सिंह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया ने उन्हें आम आदमी पार्टी में शामिल करवाया.

बीजेपी को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए सुरेंद्र पाल सिंह, इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव
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( Image Source:  ANI )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 6 Dec 2024 5:47 PM IST

दिल्ली विधानसभा चुनाव आते-आते कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के पूर्व विधायक रहे सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू शुक्रवार को आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. सुरेंद्र पाल सिंह दिल्ली के तिमारपुर सीट से दो बार विधायक पद जीत चुके हैं. फिलहाल इस सीट पर आम आदमी पार्टी के दिलीप पांडेय विधायक हैं.

वहीं शुक्रवार को पूर्व उपमुख्मंत्री मनीष सिसोदिया ने सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू आम आदमी पार्टी में शामिल करवाया. अब उनके पार्टी में शामिल होने के बाद इस बात पर कयास लगना तेज हो चुके हैं कि पार्टी दिलीप पांडेय का टिकट काट सकती है.

इस सीट से मिल सकता टिकट

पार्टी इस बार इस सीट से दिलीप पांडेय को न टिकट देकर सुरेंद्र पाल सिंह को टिकट दे सकती है. हालांकि पार्टी ने अभी आधिकारिक तौर पर कुछ साफ नहीं किया है. आपको बता दें कि साल 2017 में वह आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे. लेकिन साल 2020 में ये फैसला बदलकर उन्होंने भाजपा में जाने का फैसला किया और वह बीजेपी में चले गए. इस दौरान उन्हें आम आदमी पार्टी के दिलीप पांडे से हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन एक बार फिर से आप पार्टी ज्वाइन कर ली है.

जीत को दोहराएगी आप

साल 2025 फरवरी में दिल्ली के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. उससे पहले आप पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने ये बयान देते हुए कहा था कि आने वाले विधानसभा चुनाव के बाद वह एक बार फिर से सत्ता को बरकरार रखेगी और जिस तरह उन्हें पिछले चुनाव में ऐतिहासिक जीत मिली थी. उस जीत को बरकरार रखने वाली है. अब तक लोगों को भरोसा दिलवाने के लिए पार्टी कई तरीके आजमा रही है. इसी क्रम में केजरीवाल ने दावा करते कहा था कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा सीटों पर जीत मिलने वाली है. केजरीवाल ने कहा था कि बीजेपी को साल 2015 के चुनाव में तीन सीटों पर जीत मिली थी. वहीं आप को 67 सीटों पर जीत मिली. साल 2020 में 62 सीट मिली थी. उस दौरान बीजेपी ने सिर्फ 8 सीट पर ही जीत हासिल की थी.

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