दिल्ली वाले यमुना मुद्दे पर नहीं करते वोट... 5 साल के वादे के साथ केजरीवाल ने ये क्या कहा?
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मानना है कि दिल्ली के लोग यमुना सफाई के मुद्दे पर वोट नहीं करते, लेकिन उन्होंने यह भी वादा किया है कि अगले पांच वर्षों में यमुना को साफ कर दिया जाएगा. केजरीवाल ने कहा कि. 'यमुना वोट का मुद्दा नहीं है.'

आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मानना है कि दिल्ली के लोग यमुना सफाई के मुद्दे पर वोट नहीं करते, लेकिन उन्होंने यह भी वादा किया है कि अगले पांच वर्षों में यमुना को साफ कर दिया जाएगा. 2020 में किए गए इसी वादे को पूरा न कर पाने की बात स्वीकारते हुए उन्होंने कहा कि अब काफी काम हो चुका है और जल्द ही यमुना साफ होगी.
एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में यमुना सफाई के सवाल पर उन्होंने विस्तार से अपनी बात रखी. जब उनसे कहा गया कि यदि वह यमुना को साफ कर देते हैं तो उन्हें हराना मुश्किल होगा, क्योंकि लोग देखेंगे कि वर्षों से प्रदूषित यमुना अब साफ हो गई है, तो केजरीवाल ने जवाब दिया, 'यमुना वोट का मुद्दा नहीं है.'
'यमुना पर वोट नहीं मिलेंगे'
उन्होंने आगे कहा, 'अब मैं भी राजनीति को थोड़ा समझने लगा हूं. यमुना पर वोट नहीं मिलेंगे. लेकिन फिर भी मैं यमुना साफ करूंगा, क्योंकि मैं यहां वोट के लिए राजनीति करने नहीं आया हूं. वोट की राजनीति ये लोग कर रहे थे. सत्ता से पैसे, पैसे से सत्ता. मैं वो करने नहीं आया.'
केजरीवाल ने यह भी कहा, 'जब मैं स्कूल बनवाता हूं, तो यह नहीं देखता कि इससे वोट मिलेंगे या नहीं. जब मैं अस्पताल बनवाता हूं, तो यह भी नहीं देखता. मैं काम करता हूं क्योंकि मैं काम करने आया हूं. जनता और देश के लिए काम करने में मुझे खुशी मिलती है.'
केजरीवाल ने कहा कि यमुना को साफ किया जा सकता है और यह साफ होकर रहेगी. उन्होंने यह भी बताया कि यमुना वजीराबाद तक साफ हो जाती है, लेकिन पल्ला तक आते-आते इसमें दिल्ली का सारा सीवर गिरने लगता है. इसके अलावा, शाहदरा ड्रेन से यूपी का गंदा पानी, और हरियाणा से नजफगढ़ ड्रेन का गंदा पानी यमुना में मिलकर इसे प्रदूषित कर देता है. इन तीनों स्रोतों से मिलकर यमुना के पानी को मैला किया जा रहा है, जिससे इसका साफ होना एक बड़ी चुनौती बन जाती है. केजरीवाल का कहना है कि इन समस्याओं को हल करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे और यमुना को फिर से साफ किया जाएगा.