वक्फ को लेकर JPC की बैठक में फिर हंगामा, वॉकआउट कर गए विपक्षी नेता, जानिए किस बात से हैं नाराज
सोमवार को वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर जेपीसी की बैठक हुई. जिसमें विपक्षी सांसदों ने काफी हंगामा किया और वॉकआउट कर दिया. उनका कहना है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के आज की रिपोर्ट को संज्ञान में लेना सही नहीं है. मौजूदा एडमिनिस्ट्रेटर की रिपोर्ट को दिल्ली सरकार नहीं मानती. इसलिए उसे संज्ञान नहीं लेना चाहिए.

Waqf Amendment Bill: देश में इन दिनों वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर काफी चर्चा हो रही है. सोमवार (28 अक्टूबर) को जेपीसी की बैठक हुई. जिसमें विपक्षी सांसदों ने काफी हंगामा किया और वॉकआउट कर दिया.
विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि बैठक में सही प्रेजेंटेशन नहीं दिया जा रहा है. उनका कहना है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के आज की रिपोर्ट को संज्ञान में लेना सही नहीं है. मौजूदा एडमिनिस्ट्रेटर की रिपोर्ट को दिल्ली सरकार नहीं मानती. इसलिए उसे संज्ञान नहीं लेना चाहिए.
सांसदों ने किया वॉकआउट
विपक्षी सांसदों ने बैठक का विरोध करते हुए वॉकआउट कर दिया. इनमें आप सांसद संजय सिंह, डीएमके के मोहम्मद अब्दुल्ला, कांग्रेस के नसीर हुसैन और मोहम्मद जावेद शामिल थे. उन्होंने दावा किया कि एमसीडी आयुक्त और दिल्ली वक्फ बोर्ड के प्रशासक अश्विनी कुमार ने मुख्यमंत्री आतिशी की मंजूरी के बिना वक्फ बोर्ड की प्रारंभिक रिपोर्ट में बदलाव किया.
क्यों बुलाई गई बैठक?
नई दिल्ली में समिति ने बैठक वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के लिए बुलाई गई. जिसमें कॉल फॉर जस्टिस, वक्फ टेनेंट वेलफेयर एसोसिएशन, दिल्ली और हरबंस डंकल, अध्यक्ष, रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन, बीके दत्त ने अपनी सुझाव रखे. अगली बैठक मंगलवार को होगी. जिसमें समिति वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के प्रतिनिधियों के बयान दर्ज करेगी.
पहली बैठक में भी हुआ था बवाल
इससे पहले 22 अक्टूबर को समिति की बैठक बुलाई गई थी. तब भी काफी हंगामा देखने को मिला. जानकारी के अनुसार टीएमसी के कल्याण बनर्जी और बीजेपी के अभिजीत गंगोपाध्याय में तीखी बहस हुई. दोनों नेता एक-दूसरे पर भड़क गए. बनर्जी को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने पानी की बोतल पटक कर तोड़ दी. उनकी इस हरकत के लिए समिति ने कल्याण बनर्जी को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया था.
कब पेश हुआ था बिल?
लोकसभा में वक्फ बिल 2024 को संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने पेश किया था. इस बिल का कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने विरोध किया था. वक्फ संशोधन में सुझाव के लिए जेपीसी समिति बनाई गई. इस मामले पर ईमेल के जरिए करीब 90 लाख से भी अधिक सुझाव मिले हैं. वहीं 70-80 बॉक्स से लिखित सुझाव मिले हैं. समिति में लोकसभा से 21 और राज्यसभा से 10 सदस्यों को शामिल किया गया.