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कैसा है RSS का नया दफ्तर केशव कुंज? 300 कमरे, मिनी हॉस्पिटल और ऑडिटोरियम के साथ इन सुविधाओं से लैस

RSS Keshav Kunj: नई दिल्ली में आरएसएस का नया कार्यालय केशव कुंज बनकर तैयार हुआ.यह झंडेवालान मंदिर के पास स्थित है. इसमें तीन टावर बनाए गए हैं, जिनके नाम साधना, प्रेरणा और अर्चना. इन टावरों में सामूहिक रूप से 300 कमरे, कार्यालय स्थान, कॉन्फ्रेंस हॉल और ऑडिटोरियम हैं.

कैसा है RSS का नया दफ्तर केशव कुंज? 300 कमरे, मिनी हॉस्पिटल और ऑडिटोरियम के साथ इन सुविधाओं से लैस
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( Image Source:  ANI )

RSS New Headquarters: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का नया कार्यालय केशव कुंज बनकर तैयार है. यह 5 लाख वर्ग फीट की जगह पर बना हुआ है और इसके निर्माण में कुल 150 करोड़ रुपये खर्च किए गए. जिसमें टावर, ऑडिटोरियम, एक पुस्तकालय, एक अस्पताल और एक हनुमान मंदिर है. इसमें बहुत सी सुविधाओं कार्यकर्ताओं को मिलने वाली है. कार्यालय में तीन टॉवर- साधना, प्रेरणा और अर्चना. इन टावरों में सामूहिक रूप से 300 कमरे, कार्यालय स्थान, कॉन्फ्रेंस हॉल और ऑडिटोरियम हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आरएसएस के केशव कुंज बनकर तैयार हुआ. अब इसमें संघ के पदाधिकारियों ने बैठना शुरू कर दिया है. यह दिल्ली के झंडेवालान मंदिर के पास स्थित है. इसको साल 2016 में पूरी तरह से डिमॉलिश करके बनाया शुरू किया गया था. प्रेरणा और अर्चना टावरों के बीच एक बड़ा खुला स्थान है, जिसमें एक लॉन और आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार की एक प्रतिमा है.

कितना है बड़ा का कार्यालय का एरिया?

रिपोर्ट में बताया गया कि केशव कुंज 4 एकड़ के भूखंड पर 5 लाख वर्ग फुट में फैला हुआ है. यह तीन फ्लोर का है. इसमें कार्यकर्ताओं के लिए कमरे, 8,500 पुस्तकों वाली एक लाइब्रेरी और पांच बिस्तरों वाला एक अस्पताल आदि सुविधाएं शामिल हैं. केशव कुंज में तीन ऊंचे टावर हैं, प्रत्येक G+12 मंजिल का है. बता दें कि दिल्ली में आरएसएस कार्यालय की नींव 1939 में रखी गई थी, जो संगठन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करता था.

कब बनी पहली मंजिल

पहली मंजिल का निर्माण 1969 में शुरू हुआ, उसके बाद 1980 में दूसरी मंजिल का निर्माण हुआ. अब पहली मंजिल बनने के 50 साल बाद नई सुविधाओं से लैस इस नए दफ्तर का निर्माण किया गया है. इसके बनाने में देश भर के 75 हजार लोगों ने आर्थिक योगदान दिया है. इसमें 2 बड़े हॉल बनाए गए हैं जिसमें 650 और 463 लोगों के बैठने की व्यवस्था है.

3 टावर में क्या-क्या सुविधाएं?

पहला साधना टावर- यह प्रशासनिक कार्यालयों के साथ प्रांत कार्यालय के रूप में कार्य करता है . 10वें फ्लोर पर लाइब्रेरी है जिसमें 8,500 पुस्तकें हैं, जो आम जनता जा सकती.

दूसरा प्रेरणा टावर- कार्यकर्ताओं के लिए रुकने के कमरों के इंतजाम किए गए हैं. नौवीं मंजिल पर पत्रकारों के लिए एक हॉल है.

तीसरा अर्चना टावर- सहायक कर्मचारियों और अन्य शहरों से आने वाले सदस्यों के लिए ठहरने के लिए 80 कमरे हैं. इसके ग्राइंड फ्लोर पर क्लिनिक और निवासियों तथा पांच बिस्तरों वाला अस्पताल शामिल है. भोजनालय में एक समय में 80 लोगों के बैठने की क्षमता है.

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