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नरेला में 4 साल की बच्ची के साथ हैवानियत, नशे में धुत्त शख्स ने कमरे का दरवाजा बंद कर मासूम के साथ किया यौन उत्पीड़न

नरेला इलाके में बुधवार की शाम चार वर्ष की बच्ची के साथ ऐसा घृणित कृत्य सामने आया कि हर संवेदनशील इंसान का दिल दहल उठा. स्थानीय पुलिस को देर शाम लगभग 5:34 बजे एक पीसीआर कॉल मिली, जिसमें बताया गया कि एक मासूम बच्ची खून से लथपथ और दर्द से कराह रही है. बच्ची को तुरंत एसआरएचसी अस्पताल ले जाया गया. हालांकि, आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

नरेला में 4 साल की बच्ची के साथ हैवानियत, नशे में धुत्त शख्स ने कमरे का दरवाजा बंद कर मासूम के साथ किया यौन उत्पीड़न
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( Image Source:  META AI )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 7 Dec 2025 11:32 AM IST

नरेला इलाके में एक बेहद दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां नशे की हालत में एक व्यक्ति ने 4 साल की मासूम बच्ची के साथ बर्बरता की तमाम हदें पार कर दीं. इस दरिंदगी ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है और लोगों में गहरी चिंता व गुस्सा फैल गया है.

आरोपी ने छोटी बच्ची को किडनैप कर एक कमरे में ले गया, जिसके बाद उसके साथ यौन उत्पीड़न किया. यह मामला सिर्फ एक घटना ही नहीं, बल्कि समाज में बच्चों की सुरक्षा और संवेदनशीलता की गंभीर कमी को उजागर करता है. हालांकि, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

नशे में धुत्त युवक की बर्बरता

आरोपी बवाना का रहने वाला है. पूछताछ में उसने गुनाह कुबूल किया कि वह नशे की हालत में था और बच्ची को देख उसे अंदर ले जाकर कमरे को बंद कर दिया. इस दौरान उसने बच्ची के साथ अत्याचार किया. पुलिस ने बताया कि आरोपी को बच्ची से पहले से कोई जान-पहचान नहीं थी.

स्कूल नहीं पहुंची थी बच्ची

दरअसल बच्ची स्कूल नहीं पहुंची थी. ऐसे में उसकी टीचर को चिंता हुई और फिर उन्होंने आस-पास तलाश शुरू कर दी. तभी आसपास के एक बिल्डिंग की दूसरी मंजिल से बच्ची की कराह सुनाई दी. आवाज सुनते ही टीचर कुछ लोगों के साथ वहां गई और बच्ची को बचा लिया. हालांकि, जब तक पुलिस नहीं आई, लोगों ने आरोपी को जमकर पीटा.

पुलिस ने किया आरोपी को गिरफ्तार

पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. अब ऐसे में पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या आरोपी पहले भी ऐसे अपराध कर चुका है. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या और कोई बच्ची या महिला इससे प्रभावित हुई है.

कब तक बच्चियां बनेंगी शिकार?

यह दर्दनाक घटना महिला और बच्चियों की सुरक्षा पर गम्भीर सवाल उठाती है. क्या हमारे समाज और पुलिस व्यवस्था में इतनी खामियां रह जाएंगी कि मासूमों की जान लगातार खतरे में रहे? हर दिन कोई न कोई बच्ची, महिला सुरक्षा की गुहार लगाती नजर आती है.सरकार, समाज और हर नागरिक को मिलकर इन कायर अपराधों को जड़ से खत्म करने के लिए सतर्क और संवेदनशील रहना होगा. बच्ची के अहित से हमारा समाज कलंकित होता है, जिसे दूर करना हम सबकी जिम्मेदारी है. न्याय तो दिलाना ही होगा, ताकि बहन, बेटी सुरक्षित और सम्मानित महसूस कर सकें.

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