इरादा तो दिल्ली CM को चाकू मारने का था लेकिन...आरोपी ने बताया, इसके पहले भी SC में बनाई थी रेखा गुप्ता को मारने की योजना
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर 20 अगस्त को उनके सरकारी आवास पर जनसुनवाई के दौरान हुए हमले की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. आरोपी राजेश भाई खीमजी भाई सकरिया ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि उसका इरादा मुख्यमंत्री पर चाकू से हमला करने का था. हालांकि, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखकर उसने चाकू सिविल लाइंस इलाके में फेंक दिया.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर 20 अगस्त को उनके सरकारी आवास पर जनसुनवाई के दौरान हुए हमले की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. आरोपी राजेश भाई खीमजी भाई सकरिया ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि उसका इरादा मुख्यमंत्री पर चाकू से हमला करने का था. हालांकि, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखकर उसने चाकू सिविल लाइंस इलाके में फेंक दिया.
राजेश, जो गुजरात के राजकोट का रहने वाला है, को दिल्ली पुलिस ने हमले के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी ने बताया कि मुख्यमंत्री के आवास पहुंचने से पहले वह सुप्रीम कोर्ट भी गया था लेकिन वहां भारी सुरक्षा देखकर वापस लौट आया. फिलहाल उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है.
आरोपी की साजिश का खुलासा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राजेश ने पूछताछ में बताया कि वह मुख्यमंत्री पर चाकू से वार करना चाहता था. लेकिन सुरक्षा घेरा देखकर उसने हथियार फेंक दिया। इससे पहले आरोपी सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था, जहां भी उसे सुरक्षा का कड़ा पहरा देखकर योजना रद्द करनी पड़ी.
मेडिकल जांच और हिरासत
हमले के अगले दिन आरोपी को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. इससे पहले उसकी मेडिकल जांच अरुणा आसिफ अली अस्पताल में कराई गई, जिसके बाद उसे एलएनजेपी अस्पताल रेफर किया गया. अदालत ने उसे पांच दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की प्रतिक्रिया
हमले के कुछ घंटे बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि यह हमला उन्हें हिलाकर रख देने वाला था. उन्होंने इसे 'लोगों की भलाई के लिए किए जा रहे उनके काम पर कायराना वार' बताया. एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि 'भगवान राम के आशीर्वाद और जनता के स्नेह ने मुझे सुरक्षित रखा है.
रामराज्य की स्थापना पर जोर
शालीमार बाग में दो रामलीलाओं की आधारशिला रखते हुए मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा कि 'रामराज्य की स्थापना का अर्थ है ऐसा शासन जो न्यायपूर्ण, पारदर्शी और जनकल्याण पर आधारित हो. उन्होंने आगे कहा कि बुराई का सामना करना आवश्यक है और भगवान राम ने उन्हें दिल्ली को रामराज्य की ओर ले जाने की जिम्मेदारी दी है.
रामलीला से सीखने का संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'रामलीला के हर पात्र हमें जीवन के गहरे सबक सिखाते हैं. जब हम भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण या माता कैकयी जैसे किरदारों को मंच पर देखते हैं, तो हमें अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का एहसास होता है. उन्होंने यह भी कहा कि देशभर में सदियों से हजारों रामलीलाएं आयोजित की जाती रही हैं, ताकि समाज को बेहतर राह दिखाई जा सके.





