Begin typing your search...

नेम-फेम की चाह और गैंगस्टर की देखा देखी... दिल्ली में पिछले 10 सालों में नाबालिग कैसे बन रहे हत्यारे?

Delhi's juveniles involving in murder cases: दिल्ली में नाबालिग तेजी से मर्डर केस का हिस्सा बन रहे हैं. मामले में पुलिस का कहना है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि कानून का उल्लंघन करने वाले नाबालिग अब फेमस होने के लिए बेहद उत्साहित रहते हैं, जो इस तरह के कदम उठा रहे हैं.

नेम-फेम की चाह और  गैंगस्टर की देखा देखी... दिल्ली में पिछले 10 सालों में नाबालिग कैसे बन रहे हत्यारे?
X
Delhi's juveniles involving in murder cases
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Published on: 18 Dec 2024 12:18 PM

Delhi's juveniles involving in murder cases: दिल्ली में पिछले 10 सालों में क्राइम के मामले में नाबालिग सबसे आगे रहे हैं. हत्या, आर्म्स के इस्तेमाल और झगड़ों के मामलों में शामिल युवा पीढ़ी (18 साल से कम उम्र वाले) की संख्या में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है, हालांकि, इसमें चोरी और डकैती की घटनाओं में कमी आई है. ये आंकड़ा बेहद चौंकाने वाला है क्योंकि देश के नाबालिगों का इस तरह क्राइम शामिल होना, भविष्य के लिए सोचने को मजबूर कर रहा है.

इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि क्राइम में शामिल नाबालिगों को फेमस होने की जल्दी होती है. वह सोशल मीडिया और गैंगस्टरों के जीवन से प्रभावित होते हैं और अपने इमोशन पर कंट्रोंल नहीं कर पाते हैं. स्पेशल सीपी (क्राइम) देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि इसमें गैंगस्टरों से प्रेरणा और उनके काम करने के तरीकों से प्रभावित होने के साथ दोस्तों का दबाव, सामाजिक असमानता भी कारण हैं.

10 सालों में क्राइम में नाबालिगों की बढ़ी हिस्सेदारी

पुलिस के पास मौजूद डेटा के मुताबिक, 2014 से 2024 के बीच हत्या के मामलों में शामिल नाबालिगों का प्रतिशत बढ़ा है. पिछले साल यानी कि साल 2023 में 20.1% नाबालिग हत्या के मामलों में शामिल थे, वहीं इस साल 31 अक्टूबर तक यह संख्या 26.7% थी. 2014 में 3.9% युवा क्राइम में शामिल थे, जबकि 2024 में यह आंकड़ा 17.7% है.

यहां दिल्ली में हुए कुछ क्राइम का उदाहरण है, जिससे आप समझेंगे कि कैसे युवा क्राइम को समझ रहे हैं फिल्म...

  1. जाफराबाद (11 दिसंबर 2024): 15 और 16 साल के दो नाबालिगों ने कथित तौर पर एक व्यक्ति की चाकू घोंपकर हत्या कर दी. ये हत्या उन्होंने सिर्फ 200 रुपये के लिए कर दी.
  2. नारायणा (1 दिसंबर 2024): एक पार्क के अंदर 36 वर्षीय मनोज नामक व्यक्ति की चाकू घोंपकर हत्या करने के आरोप में तीन युवाओं को पकड़ा गया. आरोपी नाबालिगों में से एक का पहले मनोज के छोटे भाई प्रमोद की हत्या से भी संबंध था.
  3. फर्श बाजार (31 दिसंबर 2024): एक युवा ने 40 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर आकाश शर्मा की हत्या की प्लानिंगक का. दिवाली के दिन उसने पीड़ित के घर के बाहर दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि उसका आकाश के साथ 70,000 रुपये को लेकर विवाद था.
  4. कालिंदी कुंज (3 अक्टूबर 2024): 15-17 की उम्र के तीन नाबालिगों ने कथित तौर पर यूनानी डॉक्टर डॉ. जावेद अख्तर की हत्या कर दी. वजह सिर्फ इतनी थी कि इलाज के खर्च को लेकर डॉक्टर ने बहस की थी.
अगला लेख