5 करोड़ दे नहीं तो... ख़त्म हुई नेतागिरी, डूसू के पूर्व अध्यक्ष को गोदारा गैंग ने दी जान से मारने की धमकी, रौनक ने रखी ये तीन मांगें
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के पूर्व अध्यक्ष रौनक खत्री को व्हॉट्सएप और कॉल के जरिए 5 करोड़ रुपये की फिरौती की धमकी मिली है. धमकी देने वाले ने खुद को कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा से जुड़ा बताया और रकम न देने पर गोली मारने की चेतावनी दी. रौनक खत्री ने पुलिस से तत्काल सुरक्षा की मांग की है. साइबर सेल और क्राइम ब्रांच इस हाई प्रोफाइल केस की जांच में जुटी हैं.

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के पूर्व अध्यक्ष रौनक खत्री को 5 करोड़ रुपये की भारी-भरकम फिरौती की धमकी मिली है. अज्ञात शख्स ने खुद को कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा का आदमी बताकर न केवल कॉल किया बल्कि वॉट्सएप पर धमकी भरे मैसेज भी भेजे. धमकी का लहजा बेहद खतरनाक था– “पांच करोड़ दे वरना गोली मार दी जाएगी.” इस घटनाक्रम ने छात्र राजनीति से लेकर कानून व्यवस्था तक गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
सोमवार को यह धमकी विदेशी नंबर से आई, जिसका कंट्री कोड यूक्रेन का बताया जा रहा है. इस धमकी के बाद रौनक खत्री ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और खुद व अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की. अब यह मामला दिल्ली पुलिस की साइबर सेल और क्राइम ब्रांच तक पहुंच चुका है.
व्हॉट्सएप मैसेज से फैली दहशत
धमकी देने वाले ने रौनक खत्री को लगातार व्हॉट्सएप मैसेज और कॉल किए. जब खत्री ने फोन रिसीव नहीं किया, तो आरोपी ने मैसेज में लिखा कि अब जवाब केवल गोली से मिलेगा. संदेशों में साफ तौर पर कहा गया कि पांच करोड़ रुपये से नीचे कोई समझौता नहीं होगा. साथ ही ये लिखा गया कि अब तेरी नेतागिरी ख़त्म हुई.
5 करोड़ न देने पर मौत की चेतावनी
शिकायत के मुताबिक, धमकी देने वाले ने कई बार कॉल करने के बाद व्हॉट्सएप पर लिखा कि यदि रकम नहीं दी गई तो अंजाम बेहद खतरनाक होगा. इसने रौनक खत्री और उनके परिवार की चिंता बढ़ा दी है.
गोदारा गैंग की संलिप्तता पर जांच
दिल्ली पुलिस अब यह जांच कर रही है कि यह धमकी वास्तव में रोहित गोदारा गैंग की ओर से दी गई है या किसी ने उसके नाम का इस्तेमाल कर खौफ फैलाने की कोशिश की है. फिलहाल, साइबर विंग और क्राइम ब्रांच मिलकर मामले की तहकीकात कर रही हैं.
पुलिस सुरक्षा की उठी मांग
रौनक खत्री ने पुलिस से तत्काल सुरक्षा प्रदान करने की गुहार लगाई है. उनका कहना है कि परिवार की सुरक्षा सर्वोपरि है और जब तक केस पूरी तरह सुलझ नहीं जाता, उन्हें लगातार पुलिस प्रोटेक्शन दिया जाए.
तीन अहम मांगें रखीं
पूर्व डूसू अध्यक्ष ने अपनी शिकायत में तीन मांगें रखीं– पहला, तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए. दूसरा, उन्हें और उनके परिवार को फुल सिक्योरिटी दी जाए. तीसरा, घर के आसपास पुलिस की तैनाती हो ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके. अब देखना होगा कि पुलिस कितनी तेजी से इस हाई प्रोफाइल धमकी कांड को सुलझाती है.