यमुना में जहर मिलाने के दावे का सबूत पेश करें केजरीवाल, चुनाव आयोग ने दे दी डेडलाइन
दिल्ली में यमुना के पानी को लेकर सियासी घमासान जारी है. अब चुनाव आयोग ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल से यमुना के पानी में जहर मिलाने के दावे के समर्थन में सबूत पेश करने को कहा है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने इसे लेकर आयोग से शिकायत की थी.

दिल्ली चुनाव में यमुना का पानी बड़ा मुद्दा बन गया है. मंगलवार शाम सीएम आतिशी ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की थी और अपनी चिंता आयोग को बताई थी. जिसके बाद आयोग ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को उनका पक्ष रखने के लिए बुलाया था और उन्होंने भी अपना पक्ष रखा. अब चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इन आरोपों पर सबूत पेश करने को कहा है.
आयोग ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल से कहा कि वह पड़ोसी राज्य हरियाणा द्वारा यमुना नदी के पानी में जहर मिलाए जाने के अपने दावों के समर्थन में सबूत पेश करें. आयोग ने केजरीवाल को उन कानूनी प्रावधानों की याद भी दिलाई, जिसके तहत राष्ट्रीय एकता और सार्वजनिक सद्भाव के खिलाफ ‘शरारतपूर्ण’ बयानों के लिए तीन साल तक के जेल की सजा हो सकती है. आप प्रमुख को भेजे गए नोटिस में चुनाव आयोग ने उनसे बुधवार रात 8 बजे तक ये सबूत देने को कहा है.
आरोपों की जांच कर रहा चुनाव आयोग
नोटिस में कहा गया है, "आयोग द्वारा मामले की जांच एमसीसी के प्रावधानों और कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के आलोक में की जा रही है. इसलिए, आपसे अनुरोध है कि आप शिकायतों पर अपना जवाब, विशेष रूप से तथ्यात्मक और कानूनी मैट्रिक्स पर पर्याप्त सबूतों के साथ 29 जनवरी, 2025 को रात आठ बजे तक प्रस्तुत करें, ताकि आयोग मामले की जांच कर सके और उचित कार्रवाई कर सके."
केजरीवाल ने कही थी नरसंहार की बात
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को आरोप लगाया था कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने दिल्ली को आपूर्ति किए जा रहे यमुना के पानी में ज़हर मिला दिया है. उन्होंने दावा किया कि अगर दिल्ली जल बोर्ड ने पानी को दिल्ली में आने से नहीं रोका होता, तो इससे बड़े पैमाने पर लोगों की जान जा सकती थी.
दिल्ली जल बोर्ड की रिपोर्ट में जहर का नहीं जिक्र
आयोग ने दिल्ली जल बोर्ड की उस रिपोर्ट का भी अध्ययन किया है, जिसमें यमुना में किसी तरह के जहर का जिक्र नहीं है. रिपोर्ट में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों ने यमुना में जहरीला पानी आने से पहले ही उसे दिल्ली की सीमा पर रोक दिया था.
भाजपा और कांग्रेस ने मंगलवार को इस आरोप को लेकर केजरीवाल के खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई थी.