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इंडिया गेट पर पिकनिक मनाना बैन! जानें दिल्ली सरकार ने क्यों लिया फैसला, मायूस हुए टूरिस्ट

India Gate: दिल्ली सरकार ने नए नियम के मुताबिक, अब इंडिया गेट पर बैग, सामान, चादर और खाने की चीजें अंदर ले जाने की अनुमति नहीं होगी. पर्यटक अपने पालतू जानवरों को भी अंदर नहीं ले जा पाएंगे. सख्ती को देखते हुए लगता है कि कुछ दिनों में वीडियो रिकॉर्ड करने पर भी बैन लगा दिया जाएगा.

इंडिया गेट पर पिकनिक मनाना बैन! जानें दिल्ली सरकार ने क्यों लिया फैसला, मायूस हुए टूरिस्ट
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( Image Source:  meta ai )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 30 Jun 2025 12:51 PM IST

India Gate: राजधानी दिल्ली का इंडिया गेट पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. यहां देश-विदेश से लोग अपनी फैमिली के साथ घूमने आते हैं. रात के समय यह रंग-बिरंगी लाइटों से सजा होता है, जिसका नजारा आपको मंत्रमुग्ध कर देगा. वीकेंड पर अक्सर लोग बच्चों को लेकर पिकनिक मनाने जाते हैं, लेकिन अब इस पर रोक लगा दी गई है.

दिल्ली की भाजपा सरकार ने इंडिया गेट घूमने आने वाले टूरिस्ट्स के लिए नए नियम बनाए हैं. दिल्ली वालों ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों और देश के लोग भी खाने-पीने का सामान बैग में भरकर यहां लेकर आते थे. अब वह अपना बैग अंदर लेकर नहीं जा पाएंगे. सरकार ने ऐसा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है.

क्या हुआ बदलाव?

दिल्ली सरकार ने नए नियम के मुताबिक, अब इंडिया गेट पर बैग, सामान, चादर और खाने की चीजें अंदर ले जाने की अनुमति नहीं होगी. पर्यटक अपने पालतू जानवरों को भी अंदर नहीं ले जा पाएंगे. इस फैसले से तो इंडिया गेट पर पिकनिक मनाना किसी भी सूरत में संभव नहीं लग रहा है. क्योंकि यहां पर फिलहाल लॉकर की व्यवस्था भी नहीं है. सख्ती को देखते हुए लगता है कि कुछ दिनों में वीडियो रिकॉर्ड करने पर भी बैन लगा दिया जाएगा.

क्यों लगाई रोक?

जानकारी के अनुसार, इंडिया गेट घूमने आई एक फैमिली को सुरक्षा गार्ड ने रोक लगाने के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि इंडिया गेट को सुंदर बनाने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है. नई घास समेत काफी कुछ यहां लगाया गया था. लेकिन लोग पूरी घास को खराब कर देते हैं और लाइट व पार्क को भी गंदा कर देते हैं. चादर बिछाकर सो जाते हैं, इससे इंडिया गेट का खूबसूरती खराब होती है.

इंडिया गेट की खासियत

इंडिया गेट जिसे पहले ऑल इंडिया वार मेमोरियल कहा जाता था, पहली विश्वयुद्ध (1914–1918) और तीसरे अफगान युद्ध (1919) में शहीद हुए लगभग 74,000 भारतीय सैनिकों को समर्पित एक विशाल युद्ध स्मारक है. इसके विशाल कुंभाकार मेमोरियल पर करीब 13,300 भारतीय और ब्रिटिश सैनिकों के नाम लिखे हुए हैं.

साल 1921 में ड्यूक ऑफ कॉनॉट ने इंडिया गेट आधारशिला रखी गई और 1931 में लॉर्ड इरविन द्वारा उद्घाटित किया गया. इसे ब्रिटिश वास्तुकार सर एडविन ल्यूटियंस द्वारा डिजाइन किया गया, जो रॉम के आर्क ऑफ कॉन्स्टेंटाइन और पेरिस की आर्क डी ट्रायम्फ की तरह क्लासिकल यूरोपीय स्थापत्यशैली में निर्मित है.

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