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प्राइवेट पार्ट से बहता रहा खून, 2 KM अर्धनग्न चलती रही युवती, कबाड़ी वाले से लेकर ऑटो ड्राइवर तक ने नहीं बख्शा

Delhi Rape Case: दिल्ली में फिर निर्भया जैसा कांड दोहराया गया है. तीन दरिंदों ने 34 वर्षीय युवती के साथ हैवानियत की सभी हदें पार कर दीं. पुलिस ने इस मामले में 25 दिन की कड़ी मेहनत के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

प्राइवेट पार्ट से बहता रहा खून, 2 KM अर्धनग्न चलती रही युवती, कबाड़ी वाले से लेकर ऑटो ड्राइवर तक ने नहीं बख्शा
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 7 Nov 2024 2:48 PM IST

Crime: दिल्ली के ITO क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है, जिसने वसंत विहार निर्भया कांड की याद ताजा कर दी है. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने ऑटो ड्राइवर सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पीड़िता एक युवती थी, जो महिलाओं और गरीबों के लिए काम कर रही थी.

घटना दिल्ली पुलिस के पुराने कार्यालय से कुछ मीटर दूर हुई, जब तीन दरिंदों ने उसे सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनाया. आरोपियों की पहचान कबाड़ी वाले, भीख मांगने और ऑटो वाले के रूप में हुई है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि उन्होंने शराब के नशे में वारदात को अंजाम दिया है. इनमें से भीख मांगने वाले शमशुल के पैर खराब हैं. इस घटना ने दिल्ली में महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ITO गैंगरेप मामले में पीड़िता का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और वह फिलहाल एम्स में मानसिक उपचार किया जा रहा है. यह घटना तीन सप्ताह पहले रात करीब 11 बजे हुई थी. पहले, तीन आरोपियों ने ITO पर युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया, और बाद में ऑटो चालक ने उसे राजघाट के पास गांधी स्मृति वाली सर्विस रोड पर ले जाकर फिर से दुष्कर्म किया. बार-बार दुष्कर्म की इस घिनौनी घटना के कारण युवती का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हुआ, जिसके चलते उसका इलाज चल रहा है.

ओडिशा की रहने वाली युवती के साथ हैवानियत की हदें पार

यह घटना 11 अक्टूबर की है, जिसमें 34 वर्षीय ओडिशा की एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना घटित हुई थी. पीड़िता अर्धनग्न अवस्था में राजघाट से पैदल चलते हुए सराय काले खां पहुंची, जहां उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था. उस दौरान मौके पर उपस्थित नौसेना के एक अधिकारी ने घटना की जानकारी पुलिस को दी, जिससे पीड़िता की जान बच सकी. पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, अगर नौसेना अधिकारी पुलिस को जानकारी नहीं देते तो युवती की मौके पर मौत हो सकती थी.

21 दिनों से चल रहा युवती का ईलाज

इसके बाद युवती को दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसके निजी अंगों का ऑपरेशन किया गया और उसका मानसिक इलाज चल रहा है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों और एक ऑटो चालक को गिरफ्तार किया है. इस घटनाक्रम में करीब 21 दिन की कड़ी जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

दिल्ली पुलिस के ऐसे हत्थे चढ़े तीन आरोपी

दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस उपायुक्त, रवि कुमार सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पकड़े जाने के बाद पीड़ित युवती के साथ हुई दरिंदगी का खुलासा हुआ है. इस मामले की जांच के दौरान महिला सिपाही संगीता ने पीड़िता से सोशल वर्कर बनकर संपर्क किया, जिससे पीड़िता ने अपनी आपबीती बयां की.

एसीपी ऐश्वर्या सिंह ने पीड़िता को न्याय दिलाने का दृढ़ संकल्प लिया और इस मामले में पूरी तत्परता से काम किया. पुलिस ने पीड़िता की खून से सनी सलवार गांधी स्मृति वाली सर्विस रोड से बरामद की, साथ ही आरोपी प्रभु का ऑटो भी बरामद कर लिया गया है. इस पूरी घटना के बाद अब आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

पुलिस ने इस केस को सुलझाने के लिए 700 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जबकि 150 से ज्यादा ऑटो की जांच की. 21 दिनों की जांच के बाद पुलिस को कामयाबी मिली है.

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