कहां थे आप, जब आपकी महिला सांसद को पीटा गया?... शाह को लिखे केजरीवाल के पत्र पर भड़की BJP
BJP vs Arvind Kejriwal: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, 'चुनाव आयोग के समक्ष 5000 पन्नों के साक्ष्य प्रस्तुत किए गए हैं. आज हमने उन्हें दिखाया कि किस तरह अरविंद केजरीवाल की सरकार दिल्ली में अवैध रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों को शरण देने के लिए काम कर रही है.'

BJP vs Arvind Kejriwal: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के चीफ अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को राजधानी की कानून-व्यवस्था को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा और मिलने का अनुरोध किया. इसे लेकर अब बीजेपी ने केदरीवाल को जवाब दिया है और पूछा है कि तब आप कहां थे जब आपके घर पर एक महिला को पिटा जा रहा था. तब आपने पत्र क्यों नहीं लिखा था.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल से सवाल पूछा कि उन्होंने उस वक्त लेटर क्यों नहीं लिखा था, जब उनके सामने स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट की गई थी. उन्होंने कहा कि सीएम रहते उनके आवास पर एक महिला सांसद को पीटा गया, इस जुल्म के बाद केजरीवाल ने कार्रवाई की मांग क्यों नहीं की, उन्होंने लेटर क्यों नहीं लिखा. इसके साथ ही उनकी पार्टी के विधायक लोगों से पैसे वसूलते हैं, लेकिन उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की?
केजरीवाल नहीं करते वादा पूरा -वीरेंद्र सचदेवा
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, 'अरविंद केजरीवाल, जब भी आप झूठ बोलते हैं, जनता अपना फैसला सुनाती है. आपने कहा था कि पंजाब में सरकार बनने से पहले आप 1,000 रुपये देना शुरू करेंगे. आज पंजाब में आपकी सरकार को सत्ता में आए दो साल हो गए हैं. सच्चाई जानने के लिए हमने आज पंजाब के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है.'
केजरीवाल ने अमित शाह को लिखे पत्र में क्या कहा?
केजरीवाल ने पत्र में लिखा कि वह दिल्ली के लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराधों का हवाला दिया. केजरीवाल ने लिखा, 'महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में दिल्ली भारत के 19 मेट्रो शहरों में पहले स्थान पर है. यह हत्या के मामलों में भी सबसे आगे है, जबकि जबरन वसूली करने वाले गिरोह पूरे शहर में खुलेआम काम करते हैं.'
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि अमित शाह के प्रशासन के तहत शहर को 'रेप कैपिटल' और 'क्राइम कैपिटल' जैसे खिताब मिले, जो कानून और व्यवस्था बनाए रखने में स्पष्ट विफलताओं को दर्शाता है.' केजरीवाल ने कहा, 'क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि जब बम की धमकी के कारण स्कूल खाली करा दिया जाता है और बच्चों को डर के मारे घर भेज दिया जाता है, तो बच्चे को कितना आघात लगता होगा या उनके माता-पिता को कितनी चिंता होती होगी?.'